- चार दिनों तक यह यात्रा छतरपुर जिले में ही रहेगी।
छतरपुर। हिंदुओं के बीच जाति भेदभाव, छुआछूत, अगड़े और पिछड़े का फर्क मिटाने के लिए बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री गुरुवार से 9 दिवसीय पदयात्रा शुरू कर चुके हैं। सुबह 8 बजे बागेश्वर धाम बालाजी मंदिर के दर्शन एवं राष्ट्रीय ध्वज और भगवा ध्वज फहराकर यात्रा की शुरुआत हुई।
160 किलोमीटर की पदयात्रा
यह पदयात्रा पहले दिन ग्राम गढ़ा तिराहा से होते हुए लगभग 20 किमी दूर ग्राम कदारी तक पहुंचेगी। पदयात्रा में देश के कई संतों की उपस्थिति हैं। चार दिनों तक यह यात्रा छतरपुर जिले में ही रहेगी। धीरेंद्र शास्त्री 160 किमी तक चलने वाली इस पदयात्रा में पैदल ही निकल चुके हैं।
20 हजार लोगों ने इस यात्रा में साथ चलने के लिए पंजीकरण कराए हैं। यात्रा 21 नवंबर को बालाजी मंदिर बागेश्वर धाम से प्रारंभ होकर छतरपुर, नौगांव, निवाड़ी, मऊरानीपुर होते हुए 29 नवंबर को ओरछा के रामराजा मंदिर पहुंचेगी।
हिंदुओं से धीरेंद्र शास्त्री ने क्या की अपील?
‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे को लेकर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा,”जातियों में बंटेंगे तो निश्चित रूप से कटेंगे इसलिए तो प्रण लिया है कि हिन्दुओं को एक करेंगे. जाति-पाति को मिटाना है यही हमनें प्रण ठाना है।” उन्होंने कहा कि हिंदुओं को एकजुट करने और सनातन धर्म का प्रचार करने के लिए वो पदयात्रा निकाल रहे। वो रोजाना 20 किलोमीटर पैदल चलेंगे।
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा नेताओं ने जमकर ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे का उपयोग किया है। वहीं, हाल ही में पीएम मोदी ने देशवासियों से अपील की थी कि देशभर के लोग अगर एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे।