लर्निंग आउट कम के लिये गणित शिक्षण प्रक्रिया को सरल सुगम रुचि पूर्ण बनाते हुए कार्य करें – कल्याण सिंह रजावत
बच्चों के नैतिक मूल्यों एवं उनके सर्वांगीण विकास पर ध्यान देना जरुरी – विशाल जैन
ललितपुर। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की ओर से शैक्षिक शोध एवं नवाचार को बढ़ावा देने के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रणवीर सिंह के निर्देशन में तीन दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिला विद्यालय निरीक्षक/प्राचार्य ओम प्रकाश सिंह के नेतृत्व में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के सभागार में बुधवार को जनपद के प्राथमिक शिक्षकों के गणित किट प्रशिक्षण के पाँचवे और छटवें बैच का समापन हुआ। जिसमें समस्त ब्लॉकों के कुल 100 शिक्षकों ने गणित किट का प्रशिक्षण पूर्ण किया। प्रशिक्षण में संदर्भदाता कल्याण सिंह ठाकुर, मनीष कुमार खरे, हरिश्चन्द्र नामदेव एवं प्राणेश मिश्रा, विकास सिंघई, कीर्ति चौरसिया ने गणित विषय की नवाचारी शिक्षण विधियां एवं गणित किट की 11 सामग्री एवं उनके अनुप्रयोग गणित की कक्षा में लागू करने के बारे विस्तृत जानकारी दी। प्रशिक्षण समापन के अवसर पर सहायक अध्यापक विशाल जैन पवा ने कहा कि विकसित भारत बनाने में शिक्षकों की भूमिका अहम होगी। शिक्षकों का यह कर्तव्य है कि वह बच्चों की नैतिकता एवं उनके सर्वांगीण विकास पर ध्यान दें। सहायक अध्यापक दिव्यांशु वैद्य ने कहा किसी देश के विकास में शिक्षा और सीखने के साथ-साथ अच्छे नैतिक मूल्यों पर बहुत ध्यान दिया जाना चाहिए। सहायक अध्यापक राजू यादव ने कहा कि इस प्रशिक्षण में शिक्षक मात्र एक माध्यम है इसका प्रमुख उद्देश्य बच्चों को गणित किट के सही प्रयोग की जानकारी देना है। संदर्भदाता कल्याण सिंह ठाकुर ने बताया कि गणित शिक्षण प्रक्रिया को सरल सुगम रुचि पूर्ण एवं मूर्त अमूर्त चिंतन के विकास के लिए ठोस वस्तुओं का महत्वपूर्ण स्थान है। जिनके माध्यम से हम बच्चों के साथ अनुभव, भाषा, चित्र और प्रतीक इन चार चरणों का अनुपालन करते हुए गणित शिक्षण कर पाते हैं। संदर्भदाता हरिश्चन्द्र नामदेव ने कहा किट में उपलब्ध कराई गई सामग्री की सहायता से कक्षा शिक्षण के दौरान बच्चे आनंद पूर्ण वातावरण में स्वयं करके सीखते हैं। उन्होंने गणित किट से खेले जाने वाले विभिन्न खेलों एवं मानसिक गतिविधियों का प्रदर्शन कराया।संदर्भदाता प्राणेश मिश्रा ने आई सी टी के सन्दर्भ में विस्तृत जानकारी दी एवं कक्षा शिक्षण में उसके प्रयोग बताये। समूह में विभिन्न शिक्षण योजनाओं का निर्माण कर उनका प्रस्तुतिकरण दिलचस्प रहा, जिसकी सदन द्वारा समालोचना की गयी। संदर्भदाता कीर्ति चौरसिया ने कहा परिषदीय स्कूलों के बेसिक शिक्षकों को शिक्षण कार्य में शैक्षिक शोध एवं नवाचार को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से तैयार की गई गणित किट का भरपूर प्रयोग करने के निर्देश दिए गये हैं। जिसके लिए एनसीईआरटी ने गणित किट उपलब्ध कराई है।
संदर्भदाता मनीष कुमार खरे ने कहा गणित किट में शिक्षण के लिए छात्रों में संख्या मापन, संख्या, संक्रियाएँ, आकृति पैटर्न एवं आंकड़ा प्रबंधन से संबंधित अवधारणा विकसित करने संबंधी भरपूर सामग्री है, जिसका लाभ छात्रों को शिक्षण के दौरान दिया जा सकता है। प्रशिक्षण के उपरांत शिक्षकों को प्रमाण पत्र भी वितरित किये गये। प्रशिक्षण में विशाल जैन, राजू यादव, दिव्यांशु वैद्य, राघवेंद्र यादव, अक्षय जैन, माधव मुरारी बादल, जितेंद्र बड़ोनिया, वेद प्रकाश विदुआ, ध्रुव जैन, सागर गुप्ता, विजय सिंह, अमित कुमार, घनश्याम वर्मा, राजाराम, दीपक कुमार, सुरेंद्र सिंह, दिनेश कुमार, दीपिका गुप्ता, वर्षा जैन, शैफाली सहित एक सैकड़ा शिक्षक उपस्थित रहे। अंत में संदर्भदाता विकास सिंघई ने सभी का आभार व्यक्त किया।