झांसी। जैन मिलन मुख्य शाखा के तत्वाधान में सुभाष जैन सत्यराज की अध्यक्षता में मासिक संगोष्ठी अनिल जैन मंजू जैन सर्वनगर के सौजन्य से जैन मिलन सभागार करगुंवा जी पर हुई। सर्वप्रथम उपस्थित सभी जनो ने भगवान महावीर के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर महावीर प्रार्थना की। मंगलाचरण नीतू मोदी द्वारा किया गया,तत्पश्चात अध्यक्ष द्वारा संगोष्ठी प्रारम्भ की घोषणा को गई।
प्रारम्भ में धार्मिक तम्बोला साधना जैन सत्यराज द्वारा कराया गया,जिसमें विद्या मोदी,अजित जैन,ई.के सी.जैन,ममता जैन,डा.नीलम जैन,रवि जैन,राज जैन आदि विजयी रहे। इसके 1 मिनिट बाद ज्ञानवर्धक (सामान्य ज्ञान) प्रतियोगिता का आयोजन मंजुला जैन द्वारा कराया गया, जिसमें प्रीति जैन प्रथम,वृजेन्द्र मोदी द्वितीय, ई.के.सी.जैन तृतीय स्थान पर रहे। पंचुयल्टी में लकी ड्रा के आधार पर संगीता जैन अव्वल रही। सभी विजयी प्रतिभागियों को आर्कषक
उपहार दिये गये।
तत्पश्चात प्रेस काउंसिल आफ इंडिया के पूर्व सदस्य प्रदीप जैन (विश्व परिवार) को मिलन की सदस्यता ग्रहण कराई गई। पूर्व मुख्य वन संरक्षक श्री.वी के.जैन, ई.जे.के.जैन,ललित जैन आदि ने उन्हें सम्मानित किया। श्री जैन ने अपने उद्बोधन में धार्मिक चर्चा करते हुये व्यक्ति के लिये प्रतिमा का महत्व के बारे में जानकारी प्रदान की।
इस मौके पर श्री ललित जैन,बी.के.मोदी,सुभाष जैन सत्यराज,पी.सी.जैन,प्रदीप जैन (विश्व परिवार), बी.के.जैन डीएफओ,निलय जैन,अनिल जैन,ई.जे.के.जैन,एड शिरोमणि जैन,रविन्द्र जैन रेलवे,प्रदीप जैन चैनू,सुधीर जैन, राजीव जैन (शिवाजी),अजित जैन,सीए दीपक जैन, नीलेश मोदी, साधना जैन सत्वराज, संगीता जैन्, सुनीता जैन शिवाजी, प्रीति जैन, ममता जैन, कमल जैन, शोभना जैन, अनीता जैन सरिता जैन, ई. के.सी. जैन, करुणा जैन, पारूल आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे मिलन मुख्य शाखा के सचिव बृजेन्द्र मोदी एवं कोषाध्यक्ष सीए दीपक जैन ने आभार व्यक्त किया। इस दौरान शाखा के संरक्षक प्रवीण जैन (विश्व परिवार) एवं डा. ममता जैन के निधन पर निलय जैन द्वारा शाखा के सभी सदस्यों को समाहित कर बद्धांजलि व्यक्त करते हुये कहा कि स्व.श्री प्रवीण जैन एवं डा० ममता जैन मृदुभाषी,विनम्र एवं निष्ठावान थे। अब उनकी क्षतिपूर्ति सम्भव नहीं है। ईश्वर से प्रार्थना की गई कि उन्हें सदृति प्राप्त हो एवं संतप्त परिवार को धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करे। अन्त में दो मिनट का मौन रखकर कायोत्सर्ग कर दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि विनयांजलि दी गयी।