रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि एक नवंबर को अपने स्थापना दिवस पर राज्य खनिज समृद्ध राज्य में निजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए नई औद्योगिक नीति शुरू करेगा। हमारे सहयोगी अखबार इकनॉमिक टाइम्स को दिए इंटरव्यू में साय ने कहा कि राज्य विभिन्न क्षेत्रों में कॉर्पोरेट खिलाड़ियों के साथ हस्ताक्षरित सभी समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर फिर से विचार कर रहा है। इसके साथ ही सीएम ने हसदेव में पेड़ों की कटाई पर भी जवाब दिया है।
पेड़ों के काटे बिना विकास संभव नहीं
पिछले सप्ताह, राज्यसभा सांसद संदीप पाठक के एक सवाल के जवाब में, केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने जवाब दिया कि हसदेव में अब तक 94,460 पेड़ काटे जा चुके हैं और 2.73 लाख और काटे जाएंगे। हसदेव और इस क्षेत्र में खनन की लागत के बारे में पूछे जाने पर साय ने कहा कि पेड़ों को काटे बिना विकास करना संभव नहीं है। एनएच-43 को चार लेन का बनाना पड़ा और पेड़ काटे गए। लेकिन साथ ही, प्रतिपूरक वनरोपण के हिस्से के रूप में पेड़ लगाए जाते हैं। हसदेव में भी यही हुआ है।
विकास और आदिवासियों के बीच बना रहे संतुलन
सीएम साय ने कहा कि हम विकास और हमारे आदिवासियों के हितों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रहे हैं। नवंबर 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बड़ी जीत हासिल कर कांग्रेस से सत्ता छीन ली है। सत्ता में आने के बाद पिछले आठ महीनों में राज्य में नक्सली हमलों में वृद्धि देखी गई है। साय ने उनके इलाकों में सुरक्षा शिविरों की स्थापन हो रही है, इससे हमले बढ़े हैं। लगभग 28 अग्रिम सुरक्षा शिविर स्थापित किए गए हैं और दक्षिण बस्तर और अबूझमाड़ क्षेत्रों में 29 नए शिविर स्थापित करने की योजना है।