राजिम | छत्तीसगढ़ का प्रयागराज कहे जाने वाले धर्मनगरी राजिम को पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की महत्वाकांक्षी योजना श्री राम वन गमन परिपथ अंतर्गत विकसित करने के उद्देश्य को लेकर राजिम के विकास कार्य के लिए करोड़ो रुपए शासन से स्वीकृत कराए गए हैं मगर संबंधित विभाग के लापरवाह अधिकारियों के चलते ठेकेदार निर्माण कार्य में देरी कर राजिम के विकास की रफ्तार को धीमा कर रहे है l आपको बता दें कि राजिम कुंभ मेला के समय बनाया गया एलईडी ब्रांडिंग को महज 6 माह भी नही हुए हैं और बारिश के प्रारंभिक दौर पर ही इसके गुणवत्ता हीन कार्य की पोल खुल गई है।एलईडी ब्रांडिंग जिसमें राजिम छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड दो भागो में उखड़ गया है क्षतिग्रस्त होकर धराशाई हो गया है।इससे साफ होता है कि निर्माण कार्य जिम्मेदारों के द्वारा केवल खानापूर्ति तक ही किया गया है। वहीं आपको बता दें कि कुछ ही माह पूर्व बारिश होने के बाद एलईडी ब्रांडिंग के आसपास का हिस्सा धसने लगा था जिसे भी केवल रेत डाल कर लीपापोती कर दिया गया है इसकी मरम्मत नहीं की गई है जबकि विभाग द्वारा चारों तरफ धसे हुए जगहों पर कंक्रीट डालने की बात कही गई थी जो कि आज पर्यंत तक वह स्थान जस का तस ही है l वही जिम्मेदार पर्यटन विभाग के अधिकारी धर्म नगरी राजिम को विकसित करने में अपनी कितनी जिम्मेदारियां निभा रहे हैं ये स्पष्ट से देखा जा सकता है l अब देखना यह होगा कि समाचार प्रकाशन के पश्चात पर्यटन विभाग की निंद्रा कब खुलती है।