Home जयपुर   महिमासागर जी महाराज से हुआ गणिनी आर्यिका विज्ञाश्री माताजी का मंगल मिलन

महिमासागर जी महाराज से हुआ गणिनी आर्यिका विज्ञाश्री माताजी का मंगल मिलन

18
0

जयपुर | प. पू. भारत गौरव गणिनी आर्यिका रत्न 105 गुरुमाँ विज्ञाश्री माताजी ससंघ सान्निध्य में 7 जुलाई 2024 को प्रातः 8 बजे श्री दि.जैन संघीजी मंदिर सांगानेर में गुरुदेव महान आचार्य श्री विराग सागर जी महाराज की महा समाधि पर विनयांजलि सभा आयोजित होगी ।

अतिशय क्षेत्र सांगानेर मंदिर की प्रबंध कारिणी कमेटी के अध्यक्ष महावीर बज ने बताया कि आर्यिका ससंघ प्रातः 7 बजे चित्रकूट कालोनी जैन मंदिर से विहार करते हुए सांगानेर मंदिर पहुंचा । विहार के दौरान मुनि श्री महिमा सागर जी महाराज ससंघ से वात्सल्य मिलन हुआ । सांगानेर कमेटी एवं पूज्य माताजी ने उनसे अनुनय कर विनयांजलि सभा में उपस्थित होने हेतु निवेदन किया । महाराज जी ने सहज स्वीकृति प्रदान की । आर्यिका संघ सहित श्रावक गण ने अन्य मंदिरों के दर्शन पश्चात् संघीजी के मंदिर के दर्शन किए ।

माताजी के मुखारविंद से अतिशयकारी आदिनाथ भगवान की शांतिधारा हुई । तत्पश्चात प्रवचन सभा का आयोजन हुआ । श्रमण संस्कृति संस्थान के प्राचार्य अरुण शास्त्री ने गुरुदेव गणाचार्य विराग सागर जी महाराज का संस्मरण सुनाते हुए विनयांजलि सभा के लिए सभी को निवेदित किया एवं मंत्री सुरेश कासलीवाल ने माताजी को प्रवचन हेतु निवेदन किया । गुरुदेव का संस्मरण सुनाते हुए माताजी ने कहा कि – महान दिगम्बराचार्य गुरुवर विराग सागर जी महाराज वात्सल्य की मूर्ति स्वरूप थे । उनका जीवन तप,संयम,साधना से ओतप्रोत था ।