जगदलपुर| ग्रामीण स्वरोजगार संस्थान जगदलपुर द्वारा 10 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन हाटपदमूर में किया गया, जिसका मूल्यांकन 29 मई को किया गया। इस शिविर में 32 ग्रामीण महिलाओं ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया और मोमबत्ती बनाना, फिनायल, वाशिंग पाउडर, हार्पिक आदि घरेलू एवं रोजगारमूलक उत्पादों को बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया।
इस प्रशिक्षण शिविर का आयोजन आरसेटी के मार्गदर्शन में किया गया, जिसमें प्रमुख रूप से आरसेटी के स्टेट कन्ट्रोलर अरुण सोनी और निदेशक हेमंत सलाम का विशेष योगदान रहा। प्रशिक्षण के मूल्यांकन के लिए रायपुर एवं दुर्ग से आए मूल्यांकनकर्ता पीके राघव और आलोक श्रीवास्तव ने कौशल और सीखने की प्रक्रिया का मूल्यांकन किया। शिविर में श्रीमती सरोज साहू ने महिलाओं को बड़ी मेहनत से प्रशिक्षण दिया। आरएसईटीआई जगदलपुर के फैकल्टी मेंबर एन. मधुसूदन, श्रीमती रमा राय और कार्यालय स्टाफ दयाराम मौर्य एवं राहुल बघेल ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। ग्रामीण स्वरोजगार संस्थान का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षित करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। ये संस्थान विभिन्न प्रकार के कौशल विकास कार्यक्रमों का आयोजन करता है जिससे प्रतिभागियों को नए-नए रोजगार के अवसर प्राप्त हो सके। आरएसईटीआई का प्रयास है कि ग्रामीण युवाओं और महिलाओं को तकनीकी और व्यावसायिक प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वावलंबी बनाया जाए।