नई दिल्ली/कोलकाता। बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ 26 मई, रविवार की रात साढ़े 8 बजे बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल तटों से टकराया। लैंडफाल की प्रक्रिया 4 घंटे से ज्यादा रही। इससे पश्चिम बंगाल के सागर आईलैंड और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। साथ ही भारी बारिश हुई। इससे पेड़ उखड़ गए, घरों को नुकसान पहुंचा। बिजली के खंभे धराशायी हो गए। सुंदरवन के गोसाबा इलाके में मलबे की चपेट में आकर एक शख्स घायल हो गया।
कोलकाता में भारी बारिश और तेज हवाएं जारी
Cyclone Remal के असर से कोलकाता में भारी बारिश और तेज हवाएं जारी हैं। कोलकाता नगर पालिका टीम और कोलकाता पुलिस आपदा प्रबंधन टीम धराशायी इमारतों का मलबा हटाने में जुटी है। शहर के अलीपुर इलाके में कई पेड़ जड़ से उखड़कर गिर गए। उन्हें देर रात से सड़कों से हटाने का काम जारी है।
दक्षिण कोलकाता के डीसी प्रियब्रत रॉय ने कहा कि कुछ जगहों पर पेड़ उखड़ गए हैं। उन इलाकों में कोलकाता नगर पालिका की टीम, कोलकाता पुलिस की आपदा प्रबंधन टीम पहुंच गई है और काम चल रहा है। उखड़े हुए पेड़ों को जल्द हटा दिया जाएगा। तूफान के मद्देनजर पुलिस का कंट्रोल रूम स्थिति पर नजर रख रहा है।
ट्रेन, फ्लाइट्स, बंदरगाह सभी प्रभावित
पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने पश्चिम बंगाल के दक्षिण और उत्तर 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर जिले में कई ट्रेनों के संचालन पर रोक लगाई है। कोलकाता हवाई अड्डे पर 21 घंटे के लिए उड़ानों को सस्पेंड कर दिया गया। इससे घरेलू और इंटरनेशनल मिलाकर कुल 394 फ्लाइट्स प्रभावित हुईं।
इंडिगो एयरलाइन ने बताया कि रेमल तूफान के कारण बागडोगरा, गुवाहाटी, डिब्रूगढ़, जोरहाट, दीमापुर, इंफाल, अगरतला, रांची और दुर्गापुर की उड़ानें प्रभावित हुई हैं। एयरपोर्ट के लिए निकलने के पहले यात्री फ्लाइट का समय जरूर देखें। कोलकाता स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह पर भी रविवार शाम 12 घंटे के लिए माल और कंटेनर प्रबंधन परिचालन रोक दिया गया।