Home बिलासपुर हर अस्पताल में होनी चाहिए पावर बेकअप की व्यवस्था

हर अस्पताल में होनी चाहिए पावर बेकअप की व्यवस्था

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 बिलासपुर गर्मियों के दिनों में पावर लोड बढ़ने से पावर कट होने की समस्या सबसे ज्यादा होती है। ऐसे में अस्पताल जैसे संवेदनशील संस्थान में बार-बार पावर कट होने से काफी समस्या होती है। खासतौर से भर्ती मरीजों के लिए पावर कट काफी दुखदायी साबित होता है। मरीज गर्मी से परेशान हो जाते है, वही सर्जरी के दौरान इस तरह की समस्या होने पर गंभीर परिणाम सामने आने की आशंका रहती है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी निजी नर्सिंग होम से पावर बेकअप की जानकारी मांगी है, ताकि पावर बेकअप की व्यवस्था हर अस्पताल में मिल सके। जो भर्ती मरीजों के लिए राहत की बात होगी।

स्वास्थ्य विभाग ने जिले के 153 नर्सिंग होम्स को पहले से आगाह कर चुके है कि गर्मी के दिनों में पावर लोड व शार्ट सर्किट की होने से लगने वाले आग से निपटने के पुख्ता इंतजाम करें। फायर सेफ्टी सिस्टम स्थापित कर इसकी जानकारी दें। वहीं अब इन दिनों लगातार हो रहे पावर कट की समस्या को भी गंभीरता से लिया जा रहा है, क्योंकि अस्पताल जैसे संस्थान संवेदनशील के श्रेणी में आते है। ऐसे में चिकित्सकीय संस्थान में सभी प्रकार की सुविधाएं होने चाहिए, लेकिन यह बात सामने आई है कि जिले के ज्यादातर छोटे नर्सिंग होम में पावर कट की समस्या से निपटने के लिए कोई भी इंतजाम नहीं हैं। जबकि यहां पर पावर कट से बचने के लिए पावर बेकअप की सुविधा होनी चाहिए, लेकिन ऐसा है नहीं। इसी वजह से बार-बार हो रहे पावर कट से अस्पतालों में भर्ती मरीजों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है और गर्मी सहना पड़ता है।

जबकि मरीजों से इलाज के नाम पर भारी-भरकम फीस व शुल्क लिया जाता है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए ही स्वास्थ्य विभाग का निर्देश है कि सभी नर्सिंग होम पावर कट की समस्या से निपटने के लिए पावर बेकअप का इंतजाम करें और विभाग को अवगत कराएं। इसके लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। समय अवधि खत्म होने के बाद जो अस्पताल जानकारी नहीं देते है, उन पर कार्रवाई की जाएगी।

बड़े अस्पताल हैं पावर बैकअप की सुविधा से लैस

जिले के बड़े अस्पतालों में इस तरह की समस्या नहीं है। जहां पावर बेकअप की सुविधा मिल रही है। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे अस्पताल को निर्देशित किया है कि वे अपने पावर बेकअप की सुविधा को और भी दुरुस्त करें और किसी तरह की खामियां है तो उसे दूर कर स्वास्थ्य विभाग को अवगत कराए।