- बालोद जिले से हैरान करने वाली तस्वीर आई सामने
- रेत में भगवान बजरंगबली के स्वरूप के हुए दर्शन
- मनरेगा मजदूरों को काम करने के दौरान मिली रेत पर प्रतिमा
बालोद – बालोद जिले के कोहंगाटोला गांव में हनुमान जयंती के दिन लोगों को रेत में भगवान बजरंगबली के स्वरूप दिखा. दरअसल मनरेगा मजदूरों ने काम करने के दौरान भगवान बजरंगबली के स्वरूप के रूप को रेत में देखा. जिसके बाद यह खबर धीरे-धीरे पूरे गांव में फैल गई. अब पूरे अंचल के लोग भगवान हनुमान के उभरे हुए रेत के स्वरूप को देखने के लिए दूर-दूर से पहुंच रहे हैं. लोग वहां पर नारियल चढ़ा रहे हैं और पूजा-अर्चना कर रहे हैं |
गांव में पहली बार ऐसा हुआ: ग्रामीण
मीडिया (Chhattisgarh News) में छपी खबर के अनुसार, ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें हनुमान जन्मोत्सव के दिन गांव के नदी में रेत में से बजरंगबली की प्रतिमा उभर कर सामने आने की जानकारी मिली. ग्रामीणों का कहना है कि खुद ही इसने रूप धारण किया है. गांव में पहली बार ऐसा हुआ है जब भगवान बजरंगबली के जयंती के दिन रेत में इस तरह की घटना हुई हो |
धीरे-धीरे बजरंगबली का संपूर्ण स्वरूप दिखा: ग्रामीण
इस खबर के बाद गांव की इस नदी ने अस्थाई मंदिर का रूप ले लिया है. लोग पूजन सामग्री लेकर वहां पहुंच रहे हैं. ग्रामीणों के अनुसार सुबह जब मनरेगा मजदूरों ने देखा तो रेत का उभार थोड़ा काम था, लेकिन अब भगवान बजरंगबली का संपूर्ण स्वरूप उस रेत में देखने को मिल रहा है |
ग्रामीणों ने कहा कि रेत का कटाव इस तरह है कि किसी कलाकार द्वारा रेत में यह प्रतिमा बनाना संभव नहीं हैं. इलाके में कोई रेत से मूर्ति बनाने वाला कलाकार भी नहीं है. गांव वाले इसे प्रकृति का स्वरूप मान रहे हैं. इसे भगवान बजरंगबली की कृपा बता रहे हैं |