- मां महामाया मंदिर,रतनुपर में 26 हजार 655 ज्योति कलश प्रज्जवलित
- देवी दर्शन के लिए मंदिरों में शाम से ही पहुंचे लगे श्रद्धालु भक्त
- मातारानी को चढ़ाया लाल चुनरी
भक्तों ने पहले दिन मातारानी का श्रृंगार किया। जिसमें लाल चुनरी, चूड़ी, इत्र, सिंदूर, महावर, बिंदी, मेहंदी, काजल, बिछिया, माला, पायल, लाली व अन्य श्रृंगार समान शामिल था। कलश स्थापना किया गया। इस दौरान मौली, आम के पत्ते का पल्लव (5 आम के पत्ते की डली), रोली, गंगाजल, सिक्का, गेहूं या अक्षत, जवार बोने के लिए सामग्री, मिट्टी का बर्तन, शुद्ध मिट्टी, गेहूं या जौ, मिट्टी पर रखने के लिए एक साफ कपड़ा, साफ जल, और कलावा रखा गया। अखंड ज्योति प्रज्जवलित किया गया। जिसे घी, रूई बत्ती, रोली या सिंदूर, अक्षत का उपयोग किया गया। अब नौ दिनों तक घर व देवी मंदिरों में उत्साह का माहौल रहेगा। मातारानी को अलग-अलग प्रकार के भोग चढ़ाए जाएंगे।
इंटरनेट मीडिया पर बधाई व शुभकामनाएं
चैत्र नवरात्र व हिंदू नववर्ष के अवसर पर बड़ी संख्या में लोगों ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से एक दूसरे को बधाई व शुभकामनाएं दी। एक से बढ़कर एक वीडियो ग्रीटिंग्स भेजे गए। फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाटसएप सहित अन्य सभी माध्यमों से बच्चों से लेकर बड़ों ने अपनी खुशियां भेजी।