साल का पहला सूर्य ग्रहण 52 सालों बाद लगने जा रहा है। ये ग्रहण 8 अप्रैल को लग रहा है। इस सूर्य ग्रहण की अवधि 4:52 मिनट की है। भारतीय समय अनुसार सूर्यग्रहण आठ अप्रैल की रात में 9:12 मिनट पर शुरू होगा। हालांकि ये ग्रहण भारत के लिए नहीं होगा। इसलिए इसलिए अपने देश के लोगों पर इसका कोई असर नहीं होगा और ना ही कोई सूतक काल होगा। बताया जाता है कि ऐसा ही सूर्य ग्रहण साल 1971 में देखा गया था। हम नीचे बताएंगे कि सूर्य ग्रहण के दौरान किन बातों को ध्यान रखना चाहिए और इसके बुरे परिणाम क्या कुछ हैं…
जानिए कहाँ दिखाई देगा ग्रहण
ये ग्रहण भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल में नहीं दिखाई देगा। भारत के लोगों को ग्रहण को लेकर चिंता करने की बात नहीं है। वहीं, ग्रीनलैंड, आयरलैंड, आइसलैंड, जमैका, नॉर्वे में दिखाई देगा। पनामा, निकारागुआ, कनाडा, मैक्सिको, बरमूडा, कैरेबियन नीदरलैंड, कोलंबिया, कोस्टा राइस, क्यूबा, डोमिनिका, रूस, प्यूर्टो रिको, सेंट मार्टिन वेनेजुएला,स्पेन, संयुक्त राज्य अमेरिका, अरूबा,यूनाइटेड किंगडम, बहामास सहित कई अन्य देशों में दिखाई देगा।
ग्रहण के दौरान ध्यान रखें
ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को बाहर नहीं निकलना चाहिए। सूर्य ग्रहण को सीधे आँखों से नहीं देखना चाहिए। अगर देखना हो तो किसी तरह का सुरक्षित उपकरण आंखों में पहन कर देखना चाहिए। सुई धागे से जुड़ा कोई काम नहीं। करना चाहिए। पूजा पाठ नहीं करना चाहिए।
मीन राशि के लोगों की सेहत भी बिगड़ सकती है. ऐसे में आपको विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होगी. इस राशि वालों को अपने गुस्से पर काबू रखना होगा. वाहन चलाते समय भी विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. कुछ लोगों के अपने पिता के साथ संबंध बिगड़ सकते हैं।
8 अप्रैल को लगने वाला सूर्य ग्रहण मीन राशि के लोगों के लिए बहुत नकारात्मक फल लेकर आ रहा है. आपके मान-सम्मान को ठेस पहुंच सकती है. आर्थिक जीवन भी खराब हो सकता है. इस समय आपको कोई भी फैसला बहुत सोच-समझ कर लेना चाहिए वरना आपकी परेशानी ज्यादा बढ़ सकती है.
सूर्य ग्रहण से बचने के उपाय
सूर्य ग्रहण के दौरान मां लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। ग्रहण के बाद गरीब और जरूरतमंदों को मिठाई दान करने से भी आपको लाभ होगा। गेहूं, गुड़ और तांबे का दान करना शुभ माना जाता है. आपको ग्रहण काल में सूर्य और राहु के मंत्र का जाप करना चाहिए।