मध्यप्रदेश के छतरपुर के गढ़ा धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हमेशा चर्चाओं में रहते हैं. जहां भी वह कथा सुनाने पहुंचते हैं वहां लाखों की भीड़ पहुंच जाती है. इसी बीच एक बार फिर धीरेंद्र शास्त्री की शादी को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. हालांकि अपनी शादी को लेकर वे खुद समय-समय पर बयानबाजी करते रहे हैं और लोग उनसे पूछते भी रहते हैं.
धीरेंद्र शास्त्री की शादी को लेकर पूछा
दरअसल, छतरपुर के बागेश्वर धाम में बीते मंगलवार को बड़ी संख्या में संतों का समागम हुआ. जिसमें देशभर के संत शामिल हुए. इस समागम में साध्वी ऋतंभरा भी शामिल हुईं. जहां साध्वी ऋतंभरा ने संत समागम को संबोधित कर रहीं थीं. इसी दौरान मंच से पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से शादी करने को लेकर पूछ लिया.
ब्याह कब करोगे : साध्वी ऋतंभरा
साध्वी ऋतंभरा ने मंच से पं. धीरेंद्र शास्त्री की ओर देखते हुए कहा कि ”ये तो बताया ही नहीं कि ब्याह कब करोगे?” जिस पर धीरेंद्र शास्त्री समेत पूरी सभा में मौजूद संत जोरों से हंस पड़े और तालियां बजाने लगे. उन्होंने आगे कहा, ”हमारे बाल योगेश्वर जी ने पूछा- और फिर कहा कितनी जहर खाएंग और चुड़ैल बनेंगी…और ये भी निश्चित है कि कोई भी चुड़ैल हो…या भूत हो…भूतानी हो…सब का कल्याण बागेश्वर सरकार ही करते हैं.”
साध्वी ऋतंभरा ने बताया खुद को बुआ
मंच से ही अपने संबोधन में साध्वी ऋतंभरा ने खुद को बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की बुआ बताया. धीरेंद्र शास्त्री के विवाह को लेकर उन्होंने कहा कि ”फिर मुझे तो इतना चाव है…बुआ जी हूं न…तो बारात में तो मुझे जरुर जाना है.” उनके इस बात से सभा मौजूद लोग और धीरेंद्र शास्त्री खुलकर हंस पड़े.
धीरेंद्र शास्त्री की शादी को लेकर अफवाहें
बता दें कि कुछ दिनों पहले बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने एक बयान में अपने शादी का जिक्र किया था. उन्होंने कहा था कि माता-पिता और गुरू जी कृपा से जल्द ही हम भी विवाह के परिणय में बंधने जा रहे हैं. जिसके बाद से ही उनकी शादी की अटकलें लगाई जा रही थीं. इसके अलावा उनकी शादी की अफवाह कथावाचक जया किशोरी को लेकर भी लगाई जाती रही. हालांकि जया किशोरी ने इसका खंडन किया है.
बागेश्वर धाम में हुआ संत समागम
गौरतलब है कि मंगलवार को बाबा बागेश्वर धाम में संत समागम हुआ. जिसमें देशभर से संत शामिल हुए. इसी कार्यक्रम में साध्वी ऋतंभरा भी शामिल हुईं. जहां उन्होंने कहा कि सभी सन्तों ने मिलकर निश्चित किया है कि सनातन धर्म जाग्रत व सजग रहे. मंदिरों का धन, धर्म-प्रचार में लगना चाहिए. बेटियों को लेकर उन्होंने कहा कि हमारे देश की बेटियां हमारे हृदय का धन हैं. वो पालने में सुखी रहें और पालकी में भी सुखी रहें. वहीं उन्होंने भाजपा के अबकी बार 400 पार के नारे को भी दोहराया.