नई दिल्ली। सरकार के खाद्य पदार्थों के निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने समेत अन्य उपायों से खुदरा महंगाई में पिछले दो महीने से लगातार गिरावट देखी जा रही है। फरवरी, 2024 में इसके और घटकर 5 फीसदी से नीचे आने की उम्मीद है। इससे पहले उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित महंगाई तीन महीने से लगातार पांच फीसदी से ऊपर बनी हुई है। जनवरी, 2024 में यह 5.10 फीसदी रही थी। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (सीएमआईई) के मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, खाद्य पदार्थों और ईंधन-बिजली की कीमतों में नरमी से फरवरी में खुदरा महंगाई 4.87 फीसदी रह जाएगी।
खाना-पीना होगा सस्ता
अन्य उत्पादों के साथ खाने-पीने की वस्तुएं भी फरवरी में सस्ती होंगी। उम्मीद है कि खाद्य महंगाई फरवरी में घटकर 7.9 फीसदी रह जाएगी। जनवरी में खाने-पीने की वस्तुओं की महंगाई 8 फीसदी से ज्यादा रही थी।
मसाले और फल के दाम भी घटेंगे
मसालों की महंगाई दर भी फरवरी में 16.4 फीसदी से घटकर 12 फीसदी पर आ जाएगी। हल्दी के मामले में दर 11.6 फीसदी से घटकर 1.6 फीसदी रह सकती है। जीरे की महंगाई दर भी 89.8 से घटकर 66 फीसदी रह जाएगी। मसालों के अलावा फलों की महंगाई दर भी दो फीसदी से ज्यादा घटकर 6.4 फीसदी पर आ सकती है। जनवरी, 2024 में इनकी महंगाई दर 8.7 फीसदी रही थी। दूध-अनाज के मोर्चे पर ज्यादा राहत नहीं : दूध-अनाज दोनों की मुद्रास्फीति में मसालों एवं फलों जितनी बड़ी गिरावट की संभावना नहीं है। दूध की महंगाई दर गिरकर 3.8 फीसदी पर आ सकती है, जो जनवरी में 4.6 फीसदी रही थी। अनाज की महंगाई दर 7.8 फीसदी से घटकर 7.3 पर आ सकती है। हाल के महीनों में दूध की कीमतें कमोबेश स्थिर बनी हुई हैं। हालांकि, पिछले साल मवेशियों में बीमारी के कारण दूध की कीमतें तेजी से बढ़ी थीं।