इंदौर। मोदी सरकार धार्मिक पर्यटक को बढ़ावा देकर अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में लगी है। सरकार ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, उज्जैन का महाकाल कॉरिडोर का निर्माण कराया। अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य आयोजन किया। सरकार के इन प्रयासों से पर्यटन तो बढ़ेगा ही बल्कि अर्थव्यवस्था को फायदा मिलेगा।
अब सरकार भगवान जगन्नाथ के धाम पुरी के विकास को लेकर सक्रिय है। वहां रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास हो रहा है। इस दौरान गुरुवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पुरी आकर काम का जायजा लिया। उन्होंने एलान किया कि जगन्नाथ पुरी से अयोध्या के लिए सीधी ट्रेन चलाई जाएगी। अब इसका फायदा जगन्नाथ पुरी आने वाले यात्रियों को मिलेगा। वह यहां से सीधे अयोध्या के लिए भी जा सकेंगे।
वैष्णव ने पुरी में एक जनसभा को भी संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं आपके लोगों के साथ एक घोषणा को साझा कर खुश हूं कि पुरी से अयोध्या के लिए एक विशेष ट्रेन चलाई जाएगी। अब पुरी से अयोध्या जाने की चाह रखने वाले भक्तों को बहुत सुविधा होगी।
अन्य धार्मिक स्थलों को भी ट्रेनों से जोड़ने की तैयारी
भारतीय रेलवे ने धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई ट्रेनें शुरू की हैं। रेलवे ने काशी विश्वनाथ धाम के लिए कई ट्रेनों को शुरू किया है। वहीं अब रेलवे ने यह योजना बनाई है कि वह अन्य धार्मिक स्थलों को भी ट्रेनों से जोड़ेगा।
ये होगा ट्रेन का संभावित मार्ग
अभी तक आधिकारिक तौर पर यह नहीं बताया गया है कि ट्रेन किस मार्ग से जाएगी, लेकिन यह संभावना जताई जा रही है कि ट्रेन के पुरी से भुवनेश्वर, राउरकेला, झारसुगुड़ा, बिलासपुर, कटनी, सतना, प्रयागराज, वाराणसी से अयोध्या तक जाएगी।
इस ट्रेन के शुरू होने से लाभ
- इस ट्रेन की शुरू होने से ओडिशा और उत्तर प्रदेश के बीच आवाजाही बढ़ेगी।
ट्रेन के शुरू होने से धार्मिक पर्यटन बढ़ेगा, जिससे दोनों राज्यों का आर्थिक विकास होगा।
- श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम व आरामदायक होगी, क्योंकि उन्हें ट्रेने नहीं बदलनी होगी।