रायपुर – नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लिए सरकार ने बड़ी पहल की है. साय सरकार ने ‘अच्छा गांव योजना’ का ऐलान किया है. इससे जहां नए कैंप शुरू हो रहे उन आसपास के गांवों के विकास में अब तेजी आएगी. इस योजना को लेकर विधानसभा में सीएम विष्णुदेव साय ने कहा, बस्तर क्षेत्र में जहां नए कैंप खुल रहे हैं, उन क्षेत्र के 5 किलोमीटर के दायरे के गांव में इस योजना का लाभ मिलेगा. सीएम साय ने कहा, नियत नेलानार योजना शुरू होगी. नियत नेलानार का हिंदी में अर्थ आपका अच्छा गांव होता है. नक्सल इलाकों में मौजूद पुलिस कैंप के आस-पास गांवों को विकसित किया जाएगा. ऐसे 14 नक्सली कैंपों के आसपास के 5 किलोमीटर के दायरे में गांव को विकसित किया जाएगा. प्रधानमंत्री आवास योजना से गावों को सड़कों से जोड़ा जाएगा और उन्हें शासन की हर योजना का लाभ दिया जाएगा. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, सरकार एक नई योजना शुरू कर रही है. बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नियद नेलानार इसका मतलब है आपका अच्छा गांव योजना शुरू किया जा रहा है. इस योजना के तहत जो नये कैंप शुरू हो रहे हैं, उसके आसपास के पांच किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांव में सरकार की योजना पहुंचाना है.
विशेष पिछड़ी जनजाति के समान सरकार का ये प्रयास है कि उन गांवों में सरकारी योजनाओं का लाभ पहुँचे. आवास योजना का लाभ मिले. उज्ज्वला योजना का लाभ मिले, शक्कर मिले. सिंचाई पंप, हैंड पंप, खेल का मैदान, बिजली, एटीएम, वन अधिकार पट्टा, मोबाइल टावर, डीटीएच जैसी सुविधाएँ ग्रामीणों को मिले. 32 व्यक्तिमूलक योजना भी इन गाँवों के लोगों तक पहुँचे इसके लिए 20 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.प्रधानमंत्री ने प्रीमिटिव ट्राइब के विकास के लिए प्रधानमंत्री जनमन योजना शुरू की है. कोरवा,बिरहोर जैसी कुल पांच जनजातियाँ इसमें शामिल है. इसी तरह ने नियद नेलानार योजना शुरू की जा रही है. टेकुलगुडम की घटना के बाद गृहमंत्री सिलगेर गये थे. ग्रामीणों से मुलाक़ात की थी. माओवादी द्वारा उन इलाक़ों में विरोध करवाया जाता है जिससे सड़क ना पहुँचे. विकास की सुविधाएँ ना पहुँचे. सरकार से दूरी बन जाये. लेकिन जनता विकास चाहती है.