- मुम्बई के राजभवन में कलाकारों ने छत्तीसगढ़ी संस्कृति की कला बिखेरी*
रायपुर – महाराष्ट्र, मुंबई के राजभवन में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश एवं आंध्र प्रदेश के कलाकारों को आमंत्रित किया गया छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर एक भारत श्रेष्ठ भारत के माध्यम से दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र द्वारा राजभवन में कार्यक्रम का आयोजन हुआ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यपाल रमेश बैस जी रहे। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति को भारत के कोने-कोने में पहुंचाने एवं प्रस्तुत करने के लिए छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ लोक कलाकार डॉ.पुरुषोत्तम चंद्राकर को राज्यपाल रमेश बैस जी ने सम्मानित किया।
छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ कलाकार राकेश तिवारी, चित्रोत्पला लोक कला परिषद के संयोजन में डॉ.पुरुषोत्तम चंद्राकर एवं कलाकारों द्वारा छत्तीसगढ़ी लोककला की विविध शैलियों की प्रस्तुति दी गई कार्यक्रम की शुरुआत मुंबा देवी पर आधारित जस गीत से हुई, इसके बाद क्रमशः करमा नृत्य गीत, नाचा, गौरा गौरी गीत, राउत नाचा, पंथी नृत्य गीत, सुराजी गीत, सुआ गीत और इस कार्यक्रम के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए गीत- मैं छत्तीसगढ़ ले आए हंव गा, दया माया ल मोटरा मा बांध के लाए हंव.. जैसे गीत की प्रस्तुति से दर्शक झूम उठे सभी प्रस्तुतियां शानदार रही और कलाकारों ने दर्शकों की वाहवाही बटोरी।
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के मूल निवासी जो मुंबई में निवासरत है वह बड़ी संख्या में इसमें शामिल हुए इसमें फिल्म व टीवी सीरियल से जुड़े अलग-अलग क्षेत्र के लोग शामिल रहे दक्षिण भारतीय फिल्मों के अभिनेता सुमन तलवार, अशोक मिश्रा, जयंत देशमुख, शंकर सचदेव, राहुल तिवारी, रजत तिवारी, अग्निमित्र शर्मा, बी आर साहू, प्रवीण पचकोर, श्रीकांत पांडे, डॉक्टर संगीता देशमुख, केतन, अरुण वर्मा, लता वर्मा, विजय तिवारी, आर्यन तिवारी, गीतांजलि देशमुख, दिलीप सुराना, लालमणि शर्मा, विशेष रूप से उपस्थित रहे। प्रस्तुत करने वाले कलाकार राकेश तिवारी, डॉ. पुरुषोत्तम चंद्राकर, रोहित साहू, संध्या पड़ौती, सरिता ठाकुर, ज्योति बंजारे, पुनेश्वरी बारले, पवन बंजारे, बाहरू यादव, अनिल निषाद, नंदकिशोर साहू, मनसा बंजारे, आदि कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुति दी इस अवसर पर सभी आमंत्रित लोगों के लिए छत्तीसगढ़ी भोजन तैयार किए गए ।