Sarmat Missile: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 9 महीने से चली आ रही जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। इसी बीच, रूस ने हाल ही में RS-28 सरमट मिसाइल (Sarmat Missile) का सफल परीक्षण किया है।
ये अब तक की सबसे बड़ी और घातक मिसाइल है, जिससे न सिर्फ अमेरिका बल्कि नाटो देश भी घबराए हुए हैं। बता दें कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले महीने ही इस बात का ऐलान किया था कि रूस के परमाणु बलों को 2022 के आखिर तक सरमट मिसाइल का पहला बैच मिल जाएगा। आखिर क्या है सरमट मिसाइल और क्यों है दुनिया का सबसे घातक हथियार? आइए जानते हैं।
क्या है RS-28 सरमट मिसाइल?
दुनिया की सबसे ताकतवर मिसाइल RS-28 सरमट को रूसी कंपनी मेकयेव रॉकेट डिजाइन ब्यूरो ने बनाया है। इस मिसाइल को बनाने का काम 2009 से ही शुरू हो गया था। इस मिसाइल को सटान-2 भी कहते हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने हाल ही में ऐलान किया है कि परमाणु सक्षम मिसाइल ‘सटान-2’ की तैनाती जल्द की जाएगी।
क्यों इतनी घातक है सरमट मिसाइल?
RS-28 सरमट मिसाइल को इसलिए भी सबसे घातक माना जाता है, क्योंकि इसकी रेंज सबसे ज्यादा है। यह मिसाइल अधिकतम 18000 किमी की रेंज तक मार कर सकती है। दुनिया का कोई भी देश या शहर इस दायरे से बाहर नहीं है। इसके अलावा यह मिसाइल 25000 KM प्रति घंटे की रफ्तार से हमला कर सकती है। इतनी स्पीड के साथ ये दुनिया के किसी भी शहर को पलभर में तबाह कर सकती है। सरमट मिसाइल से एक साथ 10 से 15 अलग-अलग शहरों पर हमला किया जा सकता है। इसकी स्पीड इतनी तेज है कि दुनिया का कोई भी एंटी-मिसाइल डिफेंस सिस्टम इसे पकड़ नहीं सकता।
क्या है सरमट का मतलब?
इस मिसाइल की मारक क्षमता के कारण ही इसका नाम सरमट रखा गया है। रूसी भाषा में सरमट का मतलब ‘शैतान’ होता है। करीब 208 टन वजनी इस मिसाइल में 10 से 15 वॉरहेड्स लगाए जा सकते हैं। रूसी मीडिया के मुताबिक, ये मिसाइल अपने साथ 10 टन तक पेलोड ले जा सकती है। यही वजह है कि ये मिसाइल कुछ ही मिनटों में लंदन, पेरिस और न्यूयॉर्क जैसे शहरों को तबाह कर सकती है।
अमेरिकी के पूर्वी तट को पलक झपकते कर सकती है तबाह :
ब्रिटिश रक्षा विशेषज्ञ डॉक्टर पॉल क्रेग रॉबर्ट ने कुछ महीनों पहले दावा किया था कि रूस की 5 या 6 सरमट मिसाइलें अमेरिका के पूरे पूर्वी तट को पलक झपकते ही तबाह कर सकती हैं। रूस ने सबसे पहले अक्टूबर 2017 में इस मिसाइल का परीक्षण किया था। उस समय भी यह धरती की सबसे खतरनाक और घातक परमाणु मिसाइल थी।