सुदूर इलाकों में भूकंप से हताहत हुए लोगों की संख्या के संबंध में अभी जानकारी जुटा रहे हैं।गवर्नर रिदवान कामिल ने बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़कर 252 हो गई है। भीषण भूकंप और उसके बाद आए झटकों के कारण कई मकान गिर गए हैं।
सियांजुरःइंडोनेशिया में भूकंप के बाद मलबे से और शव निकाले जाने के साथ मृतकों की संख्या 252 और 31 लोग लोग अब भी लापता हैं। इंडोनेशिया के मुख्य द्वीप जावा में सोमवार को आए भीषण भूकंप और झटकों के कारण कई मकान गिर गए हैं। सैकड़ों अन्य घायल हुए हैं।
भूकंप से दर्जनों इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं और अपनी जान बचाने के लिए सड़कों और गलियों में भाग रहे लोगों में से कई घायल और खून से लथपथ नजर आए। अधिकारी देश के सुदूर इलाकों में भूकंप से हताहत हुए लोगों की संख्या के संबंध में अभी जानकारी जुटा रहे हैं। जावा के गवर्नर रिदवान कामिल ने बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़कर 252 हो गई है। उन्होंने कहा, ”मरने वालों में ज्यादातर बच्चे हैं।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंडोनेशिया में भूकंप से हुई मौतों पर मंगलवार को शोक जताया और कहा कि दुख की इस घड़ी में भारत वहां के लोगों के साथ खड़ा है। उल्लेखनीय है कि इंडोनेशिया के मुख्य द्वीप जावा में सोमवार को आए भीषण भूकंप और उसके बाद आए झटकों के कारण कई मकान गिर गए हैं।
मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ”इंडोनेशिया में भूकंप से जान व माल को हुई क्षति से दुखी हूं। पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।” उन्होंने कहा, ”दुख की इस घड़ी में भारत इंडोनेशिया के साथ खड़ा है।” मोदी ने इस ट्वीट को इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के ट्विटर हैंडल से भी टैग किया है।
सियांजुर में सबसे बड़ी संख्या में इस्लामिक आवासीय स्कूल और मस्जिद हैं। कामिल ने कहा, ”कई इस्लामिक स्कूलों में हादसे हुए हैं।” अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण ने कहा कि 5.4 तीव्रता का भूकंप पश्चिम जावा प्रांत के सियांजुर क्षेत्र में 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई में केंद्रित था। इंडोनेशिया की मौसम एवं जलवायु विज्ञान और भूभौतिकीय एजेंसी के मुताबिक, भूकंप आने के बाद 25 झटके और दर्ज किए गए।
इंडोनेशिया की आबादी 27 करोड़ से अधिक है और यह भूकंप, ज्वालामुखी विस्फोट तथा सुनामी से अक्सर प्रभावित होता रहता है। इस साल फरवरी में, पश्चिम सुमात्रा प्रांत में 6.2 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई थी और 460 से अधिक घायल हो हुए थे।
जनवरी 2021 में, पश्चिम सुलावेसी प्रांत में 6.2 तीव्रता के भूकंप से 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 6,500 लोग घायल हो गए थे। 2004 में हिंद महासागर में आए एक शक्तिशाली भूकंप और सुनामी ने एक दर्जन देशों में लगभग 2,30,000 लोगों की जान ली थी, जिनमें से अधिकतर इंडोनेशिया में थे।