Bharat Jodo Yatra in MP: मध्य प्रदेश में कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों में जोर शोर से जुटी है. राहुल गांधी अपनी यात्रा लेकर 23 नवंबर को मध्य प्रदेश आने वाले हैं.
लेकिन दो दिन पहले राहुल गांधी को लेकर एक धमकी भरा पत्र इंदौर से मिला था, जिससे हड़कंप मचा हुआ है. वहीं अब प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी बड़ा बयान देते हुए राहुल गांधी से इंदौर से खालसा कॉलेज नहीं जाने का आग्रह किया है.
राहुल गांधी खालसा कॉलेज न जाएः नरोत्तम मिश्रा
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ”मैं राहुल गांधी से इंदौर के खालसा कॉलेज न जाने के लिए की आग्रह करता हूं, क्योंकि उन्हें ऐसे स्थान पर नहीं जाना चाहिए, जहां पहले से ही आक्रोश हो. इसलिए उन्हे (राहुल गांधी) को ऐसी जगह जाने से बचना चाहिए, जहां फिर से आक्रोश की स्तिथि उत्त्पन्न हो.” गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कुछ दिन पहले इंदौर पहुंचे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के मुद्दे पर कहा कि ”कुछ दिन पहले कमलनाथ के इंदौर दौरे के दौरान खालसा कॉलेज में विरोध की घटना सामने आई थी. इसलिए ही उनसे वहां न जाने का आग्रह किया है.
खालसा कॉलेज नहीं जाएंगे राहुल गांधी
हालांकि राहुल गांधी के खालसा कॉलेज के प्रोग्राम को कल ही बदल दिया गया था. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का पड़ाव अब इंदौर के खालसा स्टेडियम में नहीं होगा, बल्कि अब राहुल खालसा कॉलेज के पास ही वैष्णव स्कूल मैदान में डेरा डालेंगे. हालांकि खालसा स्कूल में सिर्फ सांस्कृतिक आयोजन होगा, राहुल गांधी इंदौर यात्रा में राजबाड़ा भी जाएंगे. बताया जा रहा है कि कमलनाथ के खालसा कॉलेज में प्रकाश पर्व के कीर्तन दरबार में उपस्थिति को लेकर उपजे विवाद के बाद यह फैसला लिया गया है.
इंदौर में मिला है धमकी भरा लेटर
इससे पहले इंदौर में ही राहुल गांधी को बम से उड़ाने और कमलनाथ को जान मारने की धमकी का एक लेटर भी मिला है. इसे देखते हुए भारत जोड़ो यात्रा में इंदौर कार्यक्रम में बदलाव किया गया है. हालांकि कल नरोत्तम मिश्रा ने राहुल गांधी को इंदौर में पूरी सुरक्षा का भरोसा दिलाया है. उनका कहना है कि राहुल को मध्य प्रदेश में पूरी सुरक्षा मिलेगी यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता है.
यात्रा की तैयारियों में जुटे कांग्रेस नेता
बता दें कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 23 नवंबर को मध्य प्रदेश पहुंच रही है, ऐसे में कांग्रेसी नेता अब अंतिम दौर की तैयारियों में जुटे है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ लगातार तैयारियों की मॉनिटरिंग खुद कर रहे हैं. जबकि प्रदेश कांग्रेस के सभी दिग्गजों को अलग-अलग प्रभार दिए गए हैं.