संयुक्त राज्य अमेरिका में सामूहिक गोलीबारी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. 36 घंटे के दौरान अमेरिका में 3 हिंसक वारदात हुई है. पहले बीते शनिवार को न्यूयार्क के बफेलो शहर के एक सुपरमार्केट में गोलीबारी हुई, उसके बाद रविवार दक्षिणी कैलिफोर्निया के एक चर्च में अधांधुंध फायरिंग की घटना हुई. इसी दिन ह्यूस्टन के एक व्यस्त बाजार में भी गोलीबारी हुई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई. इन वारदाताओं को नस्लीय हिंसा के तौर पर देखा जा रहा है. खबरों के मुताबिक, बफेलो सुपरमार्केट में गोलीबारी करने वाले शख्स की पहचान 18 साल के श्वेत शख्स पेटन ग्रेंड्रोन के तौर पर हुई है.
खबरों के मुताबिक सुपरमार्केट में फायरिंग में 10 लोगों की मौत हुई है, जबकि 3 घायल हुए. गोलीबारी के शिकार हुए लोगों में अधिकतर अश्वेत थे. हिन्दुस्तान टाइम्स ने न्यूज एजेंसी एफपी (AFP) और (एपी) AP के हवाले से खबर दी है कि बंधूकधारी ने इसा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विच पर लाइव-स्ट्रीम भी किया था. बताया जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने बफेलो शहर जा सकते हैं
तीसरी गोलीबारी में दो लोगों की मौत
वहीं रविवार को ही ह्यूस्टन के एक व्यस्त बाजार में हुई गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. हैरिस काउंटी के शेरिफ एड गोंजालेज़ ने बताया कि गोलीबारी दो पक्षों के बीच विवाद के बाद शुरू हुई, जिसमें पांच लोग शामिल था. हालांकि, इस वारदात में किसी ‘निर्दोष प्रत्यक्षदर्शी’ को कोई चोट नहीं पहुंची है.
‘केटीआरके-टीवी’ ने एक अधिकारी के हवाले से बताया कि जांचकर्ताओं का मानना है कि अस्पताल में भर्ती तीन घायलों में से एक ने गोलीबारी शुरू की थी. घटनास्थल से दो और संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. गोंजालेज ने ट्विटर पर बताया कि गोलीबारी उस सयम हुई, जब बाजार में हजारों लोग खरीदारी कर रहे थे. उन्होंने बताया कि बंदूकधारियों ने कई गोलियां चलाईं. घटनास्थल से दो पिस्तौल भी बरामद हुई हैं. गोंजालेज के मुताबिक, गोलीबारी में शामिल पांचों लोग संभवत: एक-दूसरे को जानते थे और उनकी उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच है.