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LAC पर चीन के खिलाफ दिखाई थी मजबूत लीडरशिप, अब दो कमांडरों को राष्ट्रपति से मिले मेडल

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Two Commanders Awarded UYSM: पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी पर चीन के खिलाफ मजबूत नेतृत्व प्रदान करने के लिए सरकार ने दो बड़े मिलिट्री कमांडरों को सम्मानित किया गया है मंगलवार की शाम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रक्षा अलंकरण समारोह में एक कमांडर को उत्तर युद्ध सेवा मेडल और दूसरे कमांडर को परम विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया है. रक्षा अलंकरण समारोह में लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी को परम विशिष्ट सेवा मेडल और लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन को उत्तम युद्ध सेवा मेडल से नवाजा गया है.

हाल ही में रिटायर हुए हैं ले. जनरल जोशी
हाल ही में ले. जनरल जोशी भारतीय सेना की उधमपुर स्थित उत्तरी कमान के कमांडर के पद से रिटायर हुए हैं. पूर्वी लद्दाख में चीन से हुए तनाव और गलवान घाटी की हिंसा के दौरान जोशी ही उत्तरी कमान की बागडोर संभाले हुए थे. उत्तरी कमान की जिम्मेदारी पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी और पाकिस्तान से सटी एलओसी और सियाचिन की है.

लेफ्टिनेंट जनरल मेनन सेना मुख्यालय में तैनात हैं
लेफ्टिनेंट जनरल मेनन इन दिनों सेना मुख्यालय में मिलिट्री-सेक्रेटरी के पद पर तैनात हैं. उन्हें भी यूवाईएसएम चीन के खिलाफ एलएसी पर मजबूत लीडरशिप के लिए दिया गया है. वर्ष 2021 में ले.जनरल मेनन लेह स्थित फायर एंड फ्यूरी कोर (14वीं) के कमांडर थे. चीन के साथ फिंगर एरिया और कैलाश हिल रेंज पर डिसइंगेजमेंट के लिए हुई वार्ता के लिए भारत की तरफ से लें.जनरल मेनन ही सैन्य प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते थे.

राष्ट्रपति भवन में आयोजित रक्षा अलंकरण समारोह में राष्ट्रपति के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद