वयस्कों के लिए कोविड-19 टीके की ‘एहतियाती’ खुराक के रोलआउट के पहले दिन रविवार को 9,496 जैब्स दिए गए. Co-WIN डैशबोर्ड के मुताबिक देशभर में करीब 850 प्राइवेट संस्थानों द्वारा वैक्सीन की तीसरी खुरा जनता के लिए उपलब्ध कराई गई. कम से कम 9 महीने पहले कोविड-19 टीके की दूसरी खुराक प्राप्त करने वाले 18 वर्ष से अधिक आयु के नागरिक निजी अस्पतालों में उसी टीके की तीसरी खुराक के लिए पात्र हैं. सोमवार से ज्यादातर अस्पताल कोरोना टीके का बूस्टर डोज लगाना शुरू कर देंगे.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्विटर पर हिंदी में पोस्ट किया, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार कोविड को हराने के लिए कई कदम उठा रही है. एक और कदम उठाते हुए, कोविड की एहतियाती खुराक को मंजूरी दे दी गई है.’ 18 वर्ष से अधिक आयु वालों के लिए एहतियाती खुराक शुरू होने से एक दिन पहले, भारत के दो प्रमुख वैक्सीन निर्माताओं – सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक ने निजी अस्पतालों के लिए वैक्सीन की कीमतों में बड़ी कटौती की घोषणा की.
भारत के राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के दो प्रमुख कोविड टीके- कोविशील्ड और कोवैक्सिन को निजी अस्पतालों में 225 रुपये प्रति खुराक की दर पर उपलब्ध कराया गया है. निजी कोविड टीकाकरण केंद्र टीके की लागत से अधिक और एहतियाती खुराक के लिए सेवा शुल्क के रूप में अधिकतम 150 रुपए तक ही चार्ज कर सकते हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने शनिवार को राज्यों को दिए दिशा-निर्देशों में कहा था कि निजी टीकाकरण केंद्रों को वैक्सीन निर्माताओं द्वारा घोषित कीमतों के अनुसार प्रति खुराक की कीमत घोषित करनी चाहिए, जिसे वे Co-WIN पर चार्ज करेंगे.
Co-WIN सिस्टम उन सभी नागरिकों को एसएमएस अलर्ट भेजेगा जो अपने डिजिटल रिकॉर्ड में पहले टीकाकरण विवरण के आधार पर अपने तीसरे शॉट के लिए पात्र होंगे. दिशानिर्देशों के अनुसार, निजी अस्पतालों में बूस्टर शॉट पैसे देकर लगवाए जा सकेंगे. जबकि स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों के प्राथमिकता वाले समूहों को सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर उनकी तीसरी खुराक मुफ्त मिलेगी. आपको बता दें कि भारत में 18 वर्ष की आयु से ऊपर वालों को कोविड-19 थर्ड डोज के रूप में कोविशील्ड और कोवैक्सीन टीके उपलब्ध हैं.