पाकिस्तान के नेशनल असेंबली में प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर शनिवार मध्यरात्रि के बाद हुए मतदान में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. कहा जा रहा है कि रात करीब 8 बजे तक सबकुछ इमरान खान के पक्ष में दिख रहा था. असंबेली में कुछ सदस्य इमरान खान के विदेशी साजिश वाले मुद्दे पर चर्चा करने वाले थे. दरअसल खान ने कहा था कि उन्हें हटाने के लिए कुछ विदेशी ताकतें काम कर रही थी, लेकिन एकाएक सबकुछ बदल गया. न्यूज़ 18 को मिली जानकारी के मुताबिक इमरान खान को एक गलती भारी पड़ गई.
रात करीब 8 बजे इमरान खान ने जनरल बाजवा को हटाने का फैसला किया. उन्होंने रक्षा मंत्रालय को दो नोटिस भेजने को कहा. पहला बाजवा को और दूसरा लेफ्टिनेंट जनरल फैज़ हमीद को. दरअसल इमरान खान हमीद को नया चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बनाना चाहते थे. डिफेंस मंत्रालय से ये चिट्ठी कानून मंत्रालय जाना था और फिर पीएम और राष्ट्रपति के पास. लेकिन बाजवा ने इस चिट्ठी को कानून मंत्रालय पहुंचने नहीं दिया.
बाजवा ने इमरान को घेरा
रात करीब 9 बजे बाजवा और ISI के डायरेक्टर नदीम अंजूम इस्लामाबाद में पीएम के आवास पर पहुंचे. इस्लामाबाद में पहले से ही हाई अलर्ट था. पीएम की घर के तरफ आर्मी के कम से कम 36 वैन भेज दिए गए. इस दौरान इलेक्शन कमिशन के ऑफिस और हाईकोर्ट भी खुले थे. बाजवा ने इमरान को धमकी दी कि वो उनके खिलाफ विदेशी फंडिंग के केस को खोलने वाले हैं. ऐसे में उनके पूरे कैबिनेट को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. उन्हें तुरंत वोटिंग करवाने के लिए कहा जाता है. बाजवा ने स्पीकर असद कैसर को तुरंत वोटिंग करवाने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि अगर वो वोटिंग नहीं करवाते हैं तो वो रात के 12 बजे सुप्रीम कोर्ट को खुलवा देंगे.
फंस गए इमरान!
दरअसल इमरान खान की प्लानिंग ये थी कि वो बाजवा को हटाकर फैज़ हमीद को आर्मी चीफ बना लेते. ऐसे में वो वोटिंग से पहले MQM, BAP और दूसरे कुछ पार्टियों को अपने साथ ले आते. उन्हें उम्मीद थी कि ऐसा करने से वो अविश्वास प्रस्ताव में बच जाते. लेकिन बाजवा ने उनकी सारी प्लानिंग पर पानी फेर दिया.