देश के प्रतिभाशाली बच्चों से दर्शकों का परिचय करा रहे News18- Byju’s Young Genius 2 सीरीज में इस बार आपकी मुलाकात जुई केसकर (Jui Keskar) से होगी . जुई केसकर एक ऐसी युवा प्रतिभा हैं जिसने विज्ञान के बड़े-बड़े धुरंधरों को भी सोचने के लिए मजबूर कर दिया है. जुई केसकर पर आधारित एपिसोड 22 जनवरी को प्रसारित होगा. 15 साल की जुई केसकर पुणे की रहने वाली है. उन्होंने एक ऐसा डिवाइस तैयार किया है जिससे पार्किंसंस से पीड़ित लोगों को फायदा होता है. बता दें कि पार्किंसंस से पीड़ित लोगों के हाथों में कंपन होती है. केसकर ने इसके लिए एक डिवाइस बनाया है जो किसी ग्लब्स की तरह दिखता है. ये इस बीमारी से पीड़ित लोगों के हाथों में होने वाली कंपन के डेटा को इकट्ठा करता है.
जुई केसकर को इस अनोखे डिवाइस के लिए दर्जनों पुरस्कार मिल चुके है. पिछले साल अमेरिका में उन्हें शंघाई यूथ साइंस की तरफ से रीजेनरॉन इंटरनेशनल का विशेष पुरस्कार दिया गया. जुई केसकर ने बताया कि मेरे अपने चाचा को पार्किंसंस था और वे बहुत परेशान थे. उनको देखकर ही इस डिवाइस को बनाने का ख्याल आया. दरअसल उनके चाचा 8-9 सालों से पार्किंसंस की बीमारी से परेशान थे. केसकर को लगा कि हाथों में कंपन कितनी होती है अगर इसका पता चल जाता है तो फिर इसे कंट्रोल भी किया जा सकता है. केसकर के मुताबिक सही डेटा मिलने से सही दवाई मरीजों को दी जा सकती है.
जुई केसकर को इस अनोखे डिवाइस के लिए दर्जनों पुरस्कार मिल चुके है. पिछले साल अमेरिका में उन्हें शंघाई यूथ साइंस की तरफ से रीजेनरॉन इंटरनेशनल का विशेष पुरस्कार दिया गया. जुई ने अमेरिका में बायो मेडिकल इंजीनियरिंग फेयर में रीजेनरॉन इंटरनेशनल साइंस में तीसरा ग्रैंड अवार्ड जीता. इसके अलावा उन्हें केंद्र सरकार की तरफ से साल 2020-21 का ब्रॉडकॉम-आईआरआईएस ग्रैंड अवार्ड दिया गया. जुई को साल 2020 में इनोवेशन और क्रिएटिविटी के लिए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया.