भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर हालात फ़िलहाल तो तनावपूर्ण नहीं दिख रहे हैं, लेकिन परिस्थितियों को बदलने में समय नहीं लगेगा क्योंकि चीन अपनी फ़ितरत से बाज जो नहीं आता. लिहाजा भारत ने भी अपनी तैयारियों को लगातार जारी रखा है. साल 2017 में डोकलाम में भारतीय सेना ने चीनी सेना को पीछे खदेड़ा और ये सिलसिला लद्दाख में भी जारी रहा जब चीन की सेना को एलएसी पर किए गए उनकी नापाक हरकतों का माकूल जवाब दिया गया.
पिछले कुछ समय से एक तरफ़ चीन ने भारत को लद्दाख में उलझाकर रखा, तो उसी समय वो डोकलाम के पास चुंबी वैली में अपनी कार्रवाई को जारी रखे हुए था. चुंबी वैली तक सड़कों का जाल, रेल नेटवर्क बिछाकर सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले तिब्बती लोगों को जबरन अपनी मिलिशा में शामिल करने लगा. चूंकि चीन की नीयत ठीक नहीं है तो उसे देखते हुए भारत ने भी अपने अपने टैंक को चुंबी वैली तक पहुँचाने का बंदोबस्त कर लिया है.