रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) ने शुक्रवार को कहा कि कुछ साल पहले तक जब भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बोलता था तो उसे गंभीरता से नहीं लिया जाता था. उन्होंने राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अगर कोविड-19 महामारी (COVID-19 pandemic) नहीं होती, तो भारत की अर्थव्यवस्था (indian economy) 2024 तक पांच खरब (ट्रिलियन) अमेरीकी डॉलर हो जाती. सिंह ने कहा, ‘भारत की शक्ति आज बढ़ी है. इसकी अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता बढ़ी है, चाहे वह आईटी क्षेत्र, शिक्षा क्षेत्र, व्यापार, रक्षा या अर्थव्यवस्था में हो. भारत इन सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है.’
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘हम अर्थव्यवस्था में आगे बढ़ रहे हैं. भारत क्रय शक्ति समता के मामले में तीसरा सबसे बड़ा देश है.’ उन्होंने कहा, ‘हम अगले कुछ वर्षों में 100 प्रतिशत साक्षरता दर भी हासिल करेंगे.’ उन्होंने कहा कि पहले भारत पहले ‘विदेशों से सब कुछ, यहां तक कि छोटे हथियार भी आयात करता था’’ लेकिन अब देश दुनिया के शीर्ष 25 रक्षा निर्यातकों में से एक है. सिंह ने कहा, ‘‘अभी कुछ साल पहले तक स्थिति ऐसी थी कि जब देश अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बोलता था तो भारत को कोई गंभीरता से नहीं लेता था.’
हमें हमारे सशस्त्र बल और उनकी उपलब्धियों पर गर्व है : राजनाथ सिंह
इससे एक दिन पहले स्वर्णिम विजय दिवस (Sawarnim Viay Diwas) के अवसर पर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को 1971 के युद्ध के दौरान सशस्त्र बलों के साहस और बलिदान को याद किया और इसे ‘भारत के सैन्य इतिहास का स्वर्णिम अध्याय’ बताया. रक्षा मंत्री ने ट्वीट किया – ‘स्वर्णिम विजय दिवस’ के अवसर पर हम साल 1971 के युद्ध के दौरान अपने सशस्त्र बलों के साहस और बलिदान को याद करते हैं. साल 1971 का युद्ध भारत के सैन्य इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है. हमें हमारे सशस्त्र बल और उनकी उपलब्धियों पर गर्व है