उत्तरी आंध्र प्रदेश (North Andhra Pradesh) और दक्षिण ओडिशा के तटीय इलाकों (Coastal areas of South Odisha) में ‘जवाद तूफान’ (Cyclone Jawad) के कहर से तबाही का खतरा मंडरा रहा है. इसकी वजह अंडमान सागर और उससे सटे बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से अगले कुछ घंटों में इसके तीव्र होकर डिप्रेशन बनना रहेगा. मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इसके बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) के मध्य भागों में उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है और इसके बाद इस मौसम प्रणाली के लिए अभी शुरुआती कुछ घंटों तक इस मौसम के पहले चक्रवात में तेज होने की उम्मीद है.
स्काईमेट के अनुसार, संभावना है कि आज शाम से उत्तरी आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पड़ोसी पश्चिम बंगाल के तट पर शाम से खराब मौसम की स्थिति का खतरा है. इसके बाद मौसम काफी अधिक खराब रहने की संभावना है और मौसम की स्थिति उग्र बनी रहेगी. एजेंसी का कहना है कि अनुकूल पर्यावरणीय परिस्थितियों में जवाद तूफान (Cyclone Jawad) गहरे समुद्र की ओर जाएगा.
एजेंसी के मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि जवाद तूफान लैंडफॉल स्टेज पर पहुंचने से पहले एक भीषण चक्रवाती तूफान बन सकता है. इसकी वजह से उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तटीय इलाकों में तूफान के कहर से तबाही का खतरा मंडरा रहा है.
दरअसल, पहले सऊदी अरब ने प्रस्तावित किया था कि इस तूफान का नाम ‘जवाद’ रखा जाएगा. समुद्री यात्रा के दौरान चक्रवात केंद्र ‘रिज’ लाइन के करीब पहुंच जाएगा.