कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर के बाद से ही मरीजों में कोरोना के लक्षण काफी बदल गए हैं. डॉक्टर्स के सामने कोरोना संक्रमण (Corona Infections) को पहचानने की चुनौती बनी हुई है. डॉक्टर्स जब मरीज को कोरोना की जांच के लिए कहते हैं तो उनमें से अधिकतर इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. कोरोना की तीसरी लहर ( Coronavirus Third Wave) में लक्षण बदल गए हैं और वे हल्के हो गए हैं, लेकिन समय पर इलाज न करने से बीमारी गंभीर भी हो सकती है. डॉ. सब्यसाची बर्धन ने बताया कि चूंकि मौसम बदलने से नवंबर-दिसंबर में सर्दी-खांसी और फ्लू आमतौर पर होता है. लेकिन जब एक ही परिवार के लोगों में यह लंबे समय तक बना रहे और मरीजों को स्वाद और गंध न आने की शिकायत हो, तब यह कोरोना का लक्षण हो सकता है.
कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर के बाद से ही मरीजों में कोरोना के लक्षण काफी बदल गए हैं. डॉक्टर्स के सामने कोरोना संक्रमण (Corona Infections) को पहचानने की चुनौती बनी हुई है. डॉक्टर्स जब मरीज को कोरोना की जांच के लिए कहते हैं तो उनमें से अधिकतर इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. कोलकाता के डॉक्टर्स का कहना है कि अधिकांश लोगों को कोरोना का वैक्सीन लग चुका है और अब लोग इस बीमारी को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. कोरोना की तीसरी लहर (Coronavirus Third Wave) में लक्षण बदल गए हैं और वे हल्के हो गए हैं, लेकिन समय पर इलाज न करने से बीमारी गंभीर भी हो सकती है.