दक्षिण भारतीय राज्यों तमिलनाडु (Tamilnadu) और आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) समेत केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में भीषण बारिश से हालात बिगड़ रहे हैं. मौसम विभाग के डीजीजीएम डॉ. एस बालाचंद्रन का कहना है कि आज तमिलनाडु के पुडुक्कोट्टई, रमंथापुरम, करईकाल और कल कुड्डालोर, विलुपुरम, शिवगंगा, रमंथापुरम, करईकाल जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है. वहीं पुडुचेरी के शिक्षा मंत्री ए नम:शिवायम ने घोषणा की है कि लगातार बारिश के कारण 10 और 11 नवंबर को सभी स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे.
इसके अलावा आंध्र प्रदेश में अभी बारिश का संकट और ज्यादा गहराने की आशंका व्यक्त की गई है. मौसम विभाग के मुताबिक कल और परसों भीषण बारिश हो सकती है. यही कारण है कि दक्षिणी आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु से लगे समुद्री किनारों के मछुआरों को दो दिन की चेतावनी जारी की गई है.
बारिश से जुड़ी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई पांच
तमिलनाडु में राजधानी चेन्नई समेत कई क्षेत्रों में बीते दो दिनों से भारी बारिश का कहर जारी है. राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है. वहीं, करीब 60 घरों को नुकसान पहुंचने की खबर है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने जानकारी दी है कि राज्य में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश की संभावना है. भारी बारिश, बाढ़ और जलजमाव की गंभीर स्थिति के मद्देनजर NDRF की टीमें तैनात हैं. IMD ने राज्य के 14 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
चेन्नई में बुरे हालात
राजधानी चेन्नई समेत आसपास के इलाकों में भारी बारिश के चलते इलाकों में पानी भर गया है. राज्य में अतिरिक्त पानी को निकालने के लिए तीन जलाशयों- पूंडी, चेंबरमबक्कम और पुझल के गेट खोले गए हैं. विभाग ने कहा कि अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बनने का अनुमान है. इसके 11 नवंबर की सुबह तक उत्तरी तमिलनाडु तट के पास पहुंचने और राज्य के कई क्षेत्रों में भारी वर्षा होने का अनुमान है.
चेन्नई में ज्यादातर सड़कों और गलियों में पानी जमा रहा. निचले इलाकों में दो फुट तक पानी भर गया. इससे यातायात भी प्रभावित हुआ. सुरक्षा को देखते हुए कई मोहल्लों में बिजली की आपूर्ति रोक दी गई है. बाढ़ से प्रभावित एक थाने को अस्थायी इमारत में स्थानांतरित करना पड़ा.
क्यों हो रही इतनी बारिश?
दरअसल चेन्नई का मानसून खासतौर पर नॉर्थ ईस्ट के मानसून पर निर्भर करता है. शहर में अक्टूबर से दिसंबर के बीच इस मानसून के चलते खासतौर पर बारिश होती है. मध्य अक्टूबर से शुरू होने वाली पूर्वी हवा आमतौर पर 10 से 20 अक्टूबर के बीच शुरू होती है. इसे नॉर्थ ईस्ट मानसून कहा जाता है, जोकि तमिलनाडु का प्राथमिक मानसून भी होता है. इस मानसून के चलते तमिलनाडु में पर्याप्त बारिश होती है, हालांकि तमिलनाडु के अलावा देश के अन्य राज्य दक्षिण पश्चिम मानसून पर निर्भर होते हैं, जिसकी शुरुआत मई, जून और जुलाई से होती है.