भारत ने सोमवार को पाकिस्तान उच्चायोग (Pakistan High Commission) के एक वरिष्ठ राजनयिक को तलब किया और पाकिस्तानी पक्ष द्वारा की गयी एक ‘निर्दोष’ भारतीय मछुआरे की हत्या (Indian Fisherman Murder) पर कड़ा विरोध दर्ज कराया. आधिकारिक सूत्रों ने इसकी जानकारी दी. पाकिस्तानी नौवहन सुरक्षा एजेंसी ने शनिवार को अरब सागर में मछली पकड़ने वाली एक भारतीय नाव पर अकारण गोलीबारी की, जिसमें एक भारतीय नागरिक की मौत हो गई जबकि एक अन्य घायल हो गया.
एक सूत्र ने कहा, ‘पाकिस्तान उच्चायोग के एक वरिष्ठ राजनयिक को आज विदेश मंत्रालय ने तलब किया और पाक की ओर से भारतीय मछुआरों पर अकारण गोलीबारी की घटना पर कड़ा विरोध दर्ज कराया.’ उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने मछली पकड़ने वाली भारतीय नौका पर गोलीबारी करने के लिए पाकिस्तानी एजेंसी की इस कार्रवाई की निंदा की.
क्या हुई बातचीत
सूत्र ने बताया, ‘यह दोहराया गया कि पाकिस्तान में अधिकारी मछुआरों के मुद्दे को मानवीय और आजीविका के मामले के रूप में देखते हैं. पाकिस्तान सरकार को भी इस घटना की जांच करने और अपने बलों को अकारण गोलीबारी के ऐसे कृत्यों से बचने के निर्देश देने के लिए कहा गया है.’
PMSA के दस कर्मियों पर केस दर्ज
इस बीच खबर आई है कि गुजरात पुलिस ने तटीय इलाके में हुई गोलीबारी की घटना में भारतीय मछुआरे की मौत के सिलसिले में ‘पाकिस्तान नौवहन सुरक्षा एजेंसी’ (PMSA) के 10 कर्मियों के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है. पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. गुजरात के अपतटीय क्षेत्र में अरब सागर में पीएमएसए के कर्मियों ने मछली पकड़ने वाली एक नौका पर शनिवार को गोली चला दी थी, जिसमें चालक दल के एक सदस्य की मौत हो गई और अन्य एक घायल हो गया.