मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 01 नवम्बर को गोधन न्याय योजना के तहत पशुपालकों, गोबर विक्रेताओं, गौठान समितियों और महिला स्व-सहायता समूहों को कुल 10 करोड़ 81 लाख रूपए का ऑनलाईन भुगतान करेंगे। इस राशि में गोबर खरीदी के एवज में पशुपालक गोबर विक्रेताओं को 5 करोड़ 9 लाख रूपए, गौठान समितियों को 3 करोड़ 56 लाख तथा स्व-सहायता समूहों को दी जाने वाली लाभांश राशि 2 करोड़ 16 लाख रूपए शामिल हैं।
गौरतलब है कि गोधन न्याय योजना अंतर्गत गौठानों में दो रूपए किलों में गोबर की खरीदी नियमित रूप से की जा रही है। 30 सितंबर 2021 तक क्रय किए गोबर के एवज में गोबर विक्रेताओं को 104 करोड़ 41 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है। इसी तरह स्व-सहायता समूहों को लाभांश के रूप में 24 करोड़ 98 लाख तथा गौठान समितियों को 37 करोड़ 90 लाख रूपए का भुगतान किया गया है। कल 01 नवम्बर को 10 करोड़ 81 लाख रूपए का भुगतान किया जाएगा। इसको मिलाकर अब तक खरीदे गए 54.76 लाख क्विंटल गोबर की कुल राशि 109 करोड़ 50 लाख तथा गौठान समितियों और स्व-सहायता समूहों को लाभांश की राशि 68 करोड़ 64 लाख रूपए हो जाएगी।
राज्य में अब तक 10 हजार 538 गौठानों के निर्माण की स्वीकृति दी गई है, जिसमें से 7714 गौठान निर्मित एवं सक्रिय रूप से संचालित है। सक्रिय गौठानों से 01 लाख 85 हजार 320 पशुपालक लाभांन्वित हो रहे है। गौठानों में क्रय गोबर से वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट एवं अन्य उत्पाद का निर्माण किया जा रहा है। गौठानों में 31 अक्टूबर की स्थिति में 8.98 लाख क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट एवं 4.04 लाख क्विंटल सुपर कम्पोस्ट का उत्पादन किया जा चुका है। जिसमें से 8.50 लाख कम्पोस्ट खाद का विक्रय हो चुका है।