असम और पश्चिम बंगाल (Bengal and Assam) में तेजी से बढ़ते कोरोना के मामलों (Virus Positivity Shows Spike) ने केंद्र सरकार (Modi government) की चिंता बढ़ा दी है. संक्रमण के मामलों और साप्ताहिक संक्रमण दर में वृद्धि और टेस्टिंग में कमी के मद्देनजर केंद्र ने राज्य सरकारों को चेताया है. उसने कहा कि कोविड गाइडलाइन को सख्ती से लागू करने (Increase Testing, Enforce Covid Norms) पर जोर देते हुए इन मापदंडों का रिव्यू करने को कहा है. असम और पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिवों को 26 अक्टूबर को लिखे एक पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव आरती अहूजा ने पिछले सप्ताह (20-26 अक्टूबर) से हफ्ते के नए मामलों में बढ़ोतरी और पिछले चार सप्ताह से 25 अक्टूबर तक संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के शुरुआती संकेत को उजागर किया.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने 22 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल को पत्र लिखा था और इस महीने की शुरुआत में दुर्गा पूजा के बाद कोलकाता में संक्रमण के मामलों में वृद्धि पर चिंता जाहिर की थी. असम को लिखे पत्र में अहूजा ने कहा कि पिछले सप्ताह (20-26 अक्टूबर) से साप्ताहिक नए मामलों में 41% की वृद्धि हुई. पिछले चार सप्ताह से संक्रमण के प्रसार में वृद्धि के भी संकेत मिले हैं. 28 सितंबर-चार अक्टूबर के बीच यह 1.89% थी, जो 19-25 अक्टूबर के बीच बढ़कर 2.22% हो गई.
वहीं, राज्य में 28 सितंबर से चार अक्टूबर के बीच 1,64,071 सैंपल की जांच हुई, जबकि 19 से 25 अक्टूबर के बीच 1,27,048 सैंपल की जांच हुई. संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बीच राज्य को जांच में वृद्धि करने की जरूरत है. असम में बारपेटा और कामरूप मेट्रो जिले को कोविड-19 के मामले और साप्ताहिक संक्रमण के मामलों को चिंता के दायरे में बताया गया है.
इसी तरह प. बंगाल में कोलकाता और हावड़ा को भी संक्रमण की अधिकता की वजह से चिंता के दायरे में बताया गया है. अहूजा ने कहा कि पिछले सप्ताह से पश्चिम बंगाल में साप्ताहिक नए मामलों में 41% की वृद्धि हुई. पिछले सप्ताह 20-26 अक्टूबर के बीच 6,040 मामले सामने आए, जबकि 13-19 अक्टूबर के 4,277 मामले सामने आए थे. वहीं, पश्चिम बंगाल में 28 सितंबर-चार अक्टूबर के बीच 2,62,319 नमूनों की जांच हुई थी, जबकि 19-25 अक्टूबर के बीच 2,61,515 नमूनों की जांच हुई.