पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) कांग्रेस को छोड़कर कर किस स्तर की राजनीति करेंगे, इस बारे में उन्होंने अभी अपने पते नहीं खोले हैं, लेकिन उनकी गतिविधियों पर कांग्रेस ही नहीं अन्य राजनीतिक दलों की भी पैनी नजर है. पंजाब का बॉर्डर एरिया 50 किमी तक बीएसएफ (BSF) के अधीन होने के बाद अमरिंदर पर कांग्रेस और विपक्षी दलों के नेताओं का आरोप है कि उन्होंने ही केंद्र सरकार के साथ मिलकर इस कार्य को अंजाम दिया है.
इसी बीच एक और हलचल हुई है. बताया जा रहा है कि कैप्टन अपने दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर हैं और आज सोमवार को दिल्ली में एक बार फिर से यानी तीसरी बार गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात कर सकते हैं. जानकारी के मुताबिक नया राजनीतिक दल बनाने से पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह की दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से आज सोमवार मुलाकात करने की संभावना है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व सीएम के दिल्ली दौरे को केंद्रीय कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसानों के आंदोलन का समाधान खोजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की खबरों के आलोक में भी देखा जा रहा है.
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन अमरिंदर का दिल्ली का यह तीसरा दौरा होगा. उनके करीबी सूत्रों ने कहा कि वह कम से कम दो दिनों के लिए राष्ट्रीय राजधानी में रहेंगे. कैप्टन अमरिंदर सिंह पिछले कुछ दिनों से अपने वफादार नेताओं से नए राजनीतिक दल के गठन पर विचार जानने का आह्वान करते रहे हैं. पिछले महीने पूर्व सीएम ने सीमावर्ती राज्य में मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य और किसानों के आंदोलन पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह से मुलाकात की थी.
बहरहाल कैप्टन कब नए राजनीतिक दल का गठन करते हैं, यह अभी साफ नहीं है, लेकिन उनके दिल्ली दौरों और अमित शाह से मुलाकातों ने कांग्रेस की बेचैनी बढ़ा दी है.