लखीमपुर खीरी में हुई किसानों की मौत के मामले ने अब तूल पकड़ ली है. जानकारी के अनुसार दर्ज किए गए मामले में गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू पर सुनियोजित तरीके से साजिश रचने का आरोप है. इन दोनों के ही साथ एफआईआर में 15 से 20 अज्ञात लोगों को भी आरोप बनाया गया है. एफआईआर में हत्या और दुर्घटना में मौत की धाराएं भी लगाई गई हैं. एफआईआर में अजय मिश्रा के वायरल वीडियो का भी जिक्र किया गया है. एफआईआर के अनुसार जिस दिन थार गाड़ी से किसानों को टक्कर मारी गई उस गाड़ी में बाईं तरफ आशीष मिश्रा बैठा हुआ था. उल्लेखनीय है कि लखीमपुर मामले में दर्ज हुई एफआईआर की Exclusive Copy भी न्यूज 18 के पास मौजूद है.
बीजेपी कार्यकता ने भी दर्ज करवाई एफआईआर
वहीं मामले में बीजेपी के कार्यकर्ता सुमित जायसवाल ने भी एफआईआर दर्ज करवाई है. ये मामला अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है. इसमें हत्या बलवा और मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज किया है. मामले के अनुसार गाड़ी में सुमित अपने मित्र शुभम और ड्राइवर हरिओम के साथ था. उपद्रवियों ने गाड़ी पर लाठी और पत्थरों से हमला किया. जिससे ड्राइवर हरिओम के सिर पर चोट आई जिसके बाद ड्राइवर के गाड़ी रोकने पर उपद्रवियों ने उसे खींचकर लाठी-डंडों और तलवारों से मारा. इस दौरान सुमित ने दोस्त शुभम के साथ भागने की कोशिश की लेकिन उपद्रवियों ने शुभम मिश्रा को भी पकड़ कर मारना शुरू कर दिया.
लखीमपुर कांड में दर्ज की गई एफआईआर की एक्सक्लूसिव कॉपी.
SIT गठित
वहीं मामले में यूपी सरकार ने विशेष जांच दल के गठन का ऐलान किया है. इस एसआईटी में 6 सदस्य होंगे जो इस कांड की पूरी जांच करेंगे. वहीं खबर है कि लखीमपुर खीरी मामले में न्यायिक जांच कमेटी का गठन बुधवार को कर दिया जाएगा और 48 घंटे में न्यायिक कमेटी जांच शुरू करेगी. वहीं एसआईटी की तरफ से मामले में आईजी रेंज, लखनऊ लक्ष्मी सिंह ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा को इस केस में नामजद आरोपी बनाया गया है.