सुप्रीम कोर्ट में एक मामले की सुनवाई के दौरान अफगानिस्तान दूतावास ने 6 हफ्ते का समय मांगा है. कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए दूतावास ने कहा कि उनके देश के हालात बिल्कुल भी अच्छे नहीं हैं, चारों तरफ अफरा-तफरी मची हुई है. इसीलिए मामले की सुनवाई को 6 सप्ताह के लिए टाला जाए.
दरअसल मामला अफगानिस्तान दूतावास का केएलए कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी के साथ विवाद का है. इसी कंपनी ने दिल्ली में अफगान दूतावास का निर्माण किया था. दूतावास की इमारत बनाए जाने के दौरान ही दोनों पक्षों के बीच नियमों शर्तों के उल्लंघन और भुगतान को लेकर कानूनी विवाद हो गया था. पहले यह मामला दिल्ली हाईकोर्ट में था, लेकिन हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ दूतावास ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है.
दूतावास की बातें सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस विनीत शरण और जस्टिस दिनेश माहेश्वरी की पीठ ने पूछा कि कि मौजूदा हालात में भी आपको यकीन है कि छह हफ्तों में सब कुछ सही हो जाएगा. इस पर वकील ने कहा कि कम से कम इस अवधि में नई हुकूमत से कुछ इंस्ट्रक्शन तो ले सकेंगे
कोर्ट ने मानी वकील की अपील
सुप्रीम कोर्ट ने दूतावास की ओर से मामले की सुनवाई फिलहाल टालने की अपील को स्वीकार कर लिया. दरअसल इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ अफगानिस्तान की ओर से दूतावास ने कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ मामला सुप्रीम कोर्ट में दर्ज कराया है.