Home छत्तीसगढ़ कोरोना संक्रमण:नंदीघोष रथ से महाप्रभु जगन्नाथ, बलभद्र व सुभद्रा के साथ मौसी...

कोरोना संक्रमण:नंदीघोष रथ से महाप्रभु जगन्नाथ, बलभद्र व सुभद्रा के साथ मौसी मां के मंदिर पहुंचे

42
0

जगन्नाथ मंदिर में सोमवार को रथयात्रा निकाली गई। कोरोना संक्रमण की वजह से इस साल भी भगवान की रथयात्रा शहर भ्रमण के लिए नहीं गई।भगवान अपने 6 पहिए वाले, 16 फीट लंबे, 12 फीट चौड़े और 17 फिट उंचे नंदीघोष रथ में बैठकर अपनी मौसी मां के मंदिर पहुंचे।
महाप्रभु की रथयात्रा 200 फीट की थी। उनके साथ भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा रहीं। मान्यता के अनुसार भगवान अपने घर से आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को रूठकर मौसी मां के घर जाते हैं जो इस बार 20 जुलाई को निकलेगी।

रथयात्रा से पहले सोमवार को सुबह भगवान जगन्नाथ के मंदिर के पुजारियों ने भगवान की विधिवत पूजा-अर्चना और मंगल आरती की। सूर्यपूजा, द्वारपाल पूजा, नवग्रह पूजा और हवन होने के बाद भगवान को 56 भोग लगाया गया।फिर मंदिर के पुजारी गोविंद पाड़ी व अन्य पुजारियों ने भगवान जगन्नाथ, बलभद्र व सुभद्रा को यात्रा के लिए नए वस्त्र पहनाए। फूल, तुलसी व आभूषणों से श्रृंगार किया। इसके बाद शंख ध्वनि के साथ रथ में विराजित कराया। मंदिर के पुजारियों व सदस्यों ने रथ की परिक्रमा की। भगवान जगन्नाथ मंदिर से जुड़े केके बेहरा ने बताया भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा नौ दिन मौसी मां के मंदिर में रुकेंगे। इन दिनों भगवान को चावल व उड़द से बने उड़िया व्यंजन पोडो पीठा का भोग लगाया जाएगा। यह भोग भगवान को बहुत पसंद है। इससे पूर्व भक्तों द्वारा लाए गए व्यंजनों से भी भगवान को भोग लगाया जाता था, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण इस बार यह रस्म नहीं निभाई जाएगी।

रेलवे परिक्षेत्र में जगन्नाथ सेवा समिति की सोमवार को रथ यात्रा निकाली गई। इस मौके पर महाप्रभु जगन्नाथ, माता सुभद्रा और भगवान बलभद्र का मंत्रोच्चार व विधिवत पूजा अर्चना नगर विधायक शैलेष पांडेय ने की। इस मौके पर उन्होंने महाप्रभु जगन्नाथ से प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और निरोगी जीवन की कामना करते हुए सभी को रथ-यात्रा पर्व की बधाई दी।