जिले में कोरोना के टीके का महासंकट है। सभी 386 टीकाकरण केंद्रों में ताले लटक रहे हैं। 25 हजार लोगों को दूसरा डोज लगना है बस इंतजार है वैक्सीन का। अधिकांश लोग टीकाकरण केंद्रों में जाकर पता लगा रहे हैं कि टीका आया कि नहीं, वैक्सीन कब आएगी यह सवाल पूछने पर स्वास्थ्य कर्मी कहने लगते हैं वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद पहली बार ऐसा हुआ जब सभी वर्ग का टीकाकरण बंद करना पड़ा। टीके का टोटा आगे कब तक रहेगा यह किसी को पता नहीं है। जिला टीकाकरण अधिकारीकि वैक्सीन आने की सूचना अभी तक उनके पास नहीं पहुंची है।
जब तक टीके नहीं आएंगे संपूर्ण टीकाकरण बंद रहेगा। उनका कहना है कि जिन 25 हजार लोगों को दूसरा डोज लगना है वे सभी 45 से अधिक उम्र वाले हैं। हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द वैक्सीन आए
बता दें कि आठ मई भी डोज नहीं मिले। बल्कि 60 हजार सिरिंज देकर गाड़ी वापस बिलासपुर भेज दी गई। अधिकारियों ने बताया कि रेगुलर टीकाकरण यानी बच्चों को लगने वाले रूबेला, मिजलस, हेपेटाइटिस सहित 8 प्रकार के टीके के 10 हजार डोज जरूर मिले थे। इनसे अभी बच्चों को लगने वाले रेगुलर टीकाकरण कराया जाएगा।जिले की कुल आबादी के हिसाब से अभी तक 30 फीसदी लोगों ने कोरोना का टीका लगवाया है। दूसरा डोज लगवाने वालों की संख्या 5.79 फीसदी यानी एक लाख 19 हजार 328 है। दूसरा डोज लगवाने वाले ज्यादा परेशान हो रहे हैं वहीं 18 से अधिक उम्र वाले 22 फीसदी लोगों को वैक्सीन लग चुकी है।