जाति प्रमाण-पत्र (प्रतीकात्मक तस्वीर)जाति प्रमाण-पत्र (प्रतीकात्मक तस्वीर)
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मुख्य प्रवक्ता भगवानू नायक ने जाति प्रमाणपत्र छानबीन समिति द्वारा ऋचा जोगी को गैर आदिवासी घोषित कर उनके जाति प्रमाणपत्र को निरस्त किए जाने पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि वे यदि आदिवासी नहीं हैं तो किस जाति की हैं? जोगी परिवार की राजनीतिक हत्या करने के उद्देश्य से दुर्भावनापूर्वक ऋचा जोगी का जाति प्रमाणपत्र निरस्त किया गया जिसके विरुद्ध न्यायालय में चुनौती देंगे।
उन्होंने कहा है कि ऋचा जोगी ने वैधानिक तरीके से मुंगेली से अपना जाति प्रमाणपत्र बनावाया था। चूंकि ऋचा जोगी, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी की पत्नी और जोगी परिवार की बहू हैं इसलिए उन्हें अपने संवैधानिक अधिकारों से वंचित होना पड़ रहा है। पहले उन्हें चुनाव लड़ने से रोका गया और अब उनका जाति प्रमाणपत्र ही रद्द कर दिया गया है।
उन्होंने कहा है कि पहले स्व. अजीत जोगी को आदिवासी नहीं माना है फिर उनके सुपुत्र अमित जोगी को आदिवासी नहीं माना और अब जोगी परिवार की बहू को गैर आदिवासी घोषित किया गया है। पूर्व में जोगी को चुनाव से बाहर करने के लिए अजाजजा अधिनियम में भी परिवर्तन किया गया जिसे जोगी परिवार ने हाईकोर्ट में चुनौती दी है। अब ऋचा जोगी के जाति प्रमाणपत्र को रद्द करने को लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे।