उज्जैन: शिक्षा मंत्री मोहन यादव केंद्रीय भैरवगढ़ जेल का निरीक्षण करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने जेल के अंदर अस्पताल, बैरक, किचन व अन्य स्थलों की व्यस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने कैदियों से बात कर उनके खान-पान को लेकर भी जानकारी हासिल की. कैदियों द्वारा बनाए जा रहे सामानों, मूर्ति व अन्य कार्यों को सराहा. एक मूर्ती इतनी पसंद आई कि 500 रुपये देकर खरीद भी लिया. इस दौरान जेल अधीक्षक अलका सोनकर उन्हें जेल में हो रहे कार्यों से अवगत कराया.
मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि कोरोना काल में सबने भयावह मंजर देखा. सर्वाधिक मृत्यु दर में देशभर में उज्जैन आगे था. कोविड के बावजूद यहां बड़ी संख्या में कैदी मौजूद हैं. जेल में कुल 1947 कैदी हैं. उनका हालचाल जानने गया था. कई कैदियों से चर्चा की उनके खान-पान, डाइट के बारे में पूछा. कई कैदी कलाकारी में बढ़िया हैं. वे मूर्ति कला, दरी बनाना, कपड़ों को पेंट करना जानते हैं. मंत्री ने कहा कि जेल एक्चुअल में जेल नहीं सुधार गृह होता है.