12वीं बोर्ड की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन बोर्ड के नियत समय पर पूरा नहीं हो पाया है। घर से आंसर लिखकर लाने की वजह से परीक्षार्थियों ने लंबे-लंबे उत्तर लिखे हैं। इसकी वजह से जांचने वाले शिक्षकों को ज्यादा समय लग रहा है। और 84 प्रतिशत उत्तरपुस्तिकाएं ही जांची जा सकी है। अब भी 14 प्रतिशत यानी 13497 उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन बाकी है।आदर्श और जेआरडी स्कूल मूल्यांकन में 84530 उत्तरपुस्तिकाएं जांचने का कार्य शुरू करवाया गया। जिसे 294 शिक्षक जांच रहे हैं।
इनमें सबसे ज्यादा अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाएं हिन्दी, अंग्रेजी और अर्थशास्त्र की है। इन तीनों विषय 7304 उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं हो पाया है। शेष 6193 अन्य विषयों की है। हिन्दी विषय में 2833
रिजल्ट देरी से घोषित होने से विद्यार्थियों को दिक्कतें आएगी। इसलिए कि 12वीं कक्षा के रिजल्ट के आधार पर ही विद्यार्थी नीट, पीएससी और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने के लिए तैयारी करते हैं। इसके अलावा कालेजों में इस बार प्रवेश के लिए कटऑफ मार्कस भी बढ़ाए जा रहे हैं।