कर्नाटक (Karnataka) के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर (K Sudhakar) ने कहा है कि राज्य के सभी विधायकों का मोनोगैमी टेस्ट (Monogamy Test) कराया जाना चाहिए, इससे पता लग सकेगा कि कितने विधायकों के एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स हैं. स्वास्थ्य मंत्री के इस बयान के बाद कर्नाटक की राजनीति गरमा गई है. हंगामा बढ़ता देख अब मंत्री ने सफाई देते हुए कहा है कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है. उन्होंने कहा कि फिर भी अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं इसके लिए दुख जताता हूं.
बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने पूर्व मंत्री रमेश जरकिहोली पर लगाए गए आरोपों पर कहा, ‘कांग्रेस और विपक्ष के वो नेता
जो खुद को मर्यादा पुरुषोत्तम के तौर पर पेश कर रहे हैं. अगर उन सभी 225 विधायकों का मोनोगैमी टेस्ट कराया जाए तो पता चल जाएगा कि कितनों का एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स है. इस टेस्ट में मैं भी शामिल रहूंगा.’ बेंगलुरु में पत्रकारों से बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने कहा, ‘हर किसी के कैरेक्टर का पता चल जाएगा.’ उन्होंने के. सिद्धारमैया, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी का नाम लेते हुए कहा कि यदि उनकी अंतरात्मा सही है तो फिर उन्हें इस प्रस्ताव को स्वीकार करना चाहिए और जांच के लिए तैयार रहना चाहिए.
उन्होंने कहा कि अगर विधायकों को किसी बात का डर नहीं है तो जांच से भागना नहीं चाहिए और आगे आना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं इस जांच के लिए तैयार हूं अब और लोग इस चुनौती को स्वीकार करते हैं या नहीं ये देखना होगा. सभी 225 लोगों का मोनोगैमी टेस्ट होना चाहिए, जिसके बाद हर किसी का सच बाहर आ जाएगा.
बता दें कि कांग्रेस की ओर से येदियुरप्पा सरकार के 6 मंत्रियों से इस्तीफे की मांग की गई थी. इन मंत्रियों में के. सुधाकर का नाम भी शामिल था. दरअसल सेक्स वीडियो के आरोप में इस्तीफा देने वाले पूर्व मंत्री रमेश जरकिहोली के समर्थन में मंत्रियों ने अदालत में अर्जी दाखिल की थी.