पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल के अभिभाषण से पहले फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की है। शिवराज ने सवाल उठाए हैं कि अल्पमत की सरकार कैसे राज्यपाल का अभिभाषण करा सकती है।
पूर्व सीएम ने बयान दिया है कि ये सच्चाई है कि कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद सरकार अल्पमत में हैं। ऐसे में सरकार सत्र नहीं बुला सकती और न ही राज्यपाल का अभिभाषण करा सकती है। अभिभाषण से पहले भाजपा फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की है।
बता दें ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 22 कांग्रेस विधायकों ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। विधायकों के इस्तीफे के बाद सरकार अल्पमत में आ गई है।
228 सीटों में 22 विधायकों के बाद 106 शेष बचे हैं। ऐसे में बहुमत के लिए 104 विधायकों की आवश्यकता होगी। भाजपा के पास पहले ही 107 विधायक हैं।