बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने मंगलवार को कहा कि अगर मुस्लिम कोटा देने के लिए एनसीपी और कांग्रेस उद्धव सरकार पर दबाव बनाएंगे तो ऐसे में भाजपा शिवसेना का साथ देगी। मुस्लिम आरक्षण के लिए गठबंधन तोड़ने की धमकी देकर शिवसेना को ब्लैकमेल नही कर पाएंगें।
भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधीर मुगंतीवार ने कहा कि उनकी पार्टी का मानना है कि आरक्षण धर्म के आधार पर नहीं दिया जा सकता। राज्य के पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, ‘शिवसेना ने जो रूख अपनाया है वह सही है, वे संविधान की बात कर रहे हैं। संविधान धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं देता है।’ उन्होंने कहा, ‘अगर धर्म के आधार पर ही आरक्षण दिया जाना है तो सिखों और ईसाइयों ने क्या गलती की है?’
मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने हालांकि, मंगलवार को कहा कि मुस्लिम कोटे के लिए प्रस्ताव अभी तक उनके पास नहीं आया है और जब आएगा तो उसकी वैधता का सत्यापन किया जाएगा। गौरतलब है कि अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री और राकांपा नेता नवाब मलिक ने पिछले सप्ताह विधान परिषद में कहा था कि सरकार कानून बनाकर मुस्लिमों को पांच फीसदी कोटा उपलब्ध कराएगी।
वहीं महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सीएम उद्धव ठाकरे को इस मामले पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। फडणवीस ने कहा कि उनके मंत्री ने यह बयान राज्य की विधानसभा में दिया है, अगर मुख्यमंत्री इसका समर्थन नहीं करते तो उन्हें सदन में ही इसे खारिज करना चाहिए।
भाजपा नेता ने कहा कि केन्द्र सरकार ने पहले ही आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लिए 10 प्रतिशत कोटे की व्यवस्था कर दी है जिसमें मुसलमान और ईसाई दोनों आते हैं। सुधीर मुगंतीवार ने कहा, “मुझे लगता है कि उद्धव जी ने बहुत सही रूख अपनाया है। शिवसेना के साथ हमरा गठबंधन सिद्धांत पर आधारित था। अगर कांग्रेस और राकांपा इस मुद्दे पर दबाव बना रहे हैं तो शिवसेना को चिंता नहीं करना चाहिए।” मुगंतीवार ने कहा, “अगर वे सरकार छोड़ भी देते हैं तो, हम इस विषय की हद में रहते हुए सरकार का साथ देंगे।”