छत्तीसगढ़ शासन वन विभाग द्वारा वृत्त स्तरीय ईमली प्रसंस्करण कार्यक्रम के अंतर्गत 27 फरवरी से 29 फरवरी 2020 तक तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा महिला समूह को बढ़ावा देने इन दिनों लघु वन उपज के माध्यम से ग्रामीण व वनांचल महिलाओं को प्रशिक्षण देकर वनों से मिलने वाले लाभ को अधिक बढ़ावा देने प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें इमली, महुआ, बेल, बेहड़ा, चार चिरौंजी का वृत्त स्तरीय ईमली प्रसंस्करण कार्यक्रम के तीन दिवसीय प्रशिक्षण में पहुंचे अपर प्रधानमुख्यवन संरक्षक बीआनंद बाबू लघुवनोपज शासन रायपुर भी पहुंचे ।
महिलाओं को आगे लाने व स्वरोजगार बनाने महिला समूह को अब लघु वनोपज के माध्यम से लाभ दिलाने प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण केशकाल के पर्यावरण चेतना केंद्र टाटामारी में हो रहा है जिसमें कोंडागांव, नारायणपुर, कांकेर रेंज के महिला समूह शामिल है।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक लघुवनोपज अधिकारी बीआनंद बाबू ने बताया कि जिन्हें इमली, महुआ ,बेल बेहड़ा, चार चिरौंजी के स्टॉप करने से आमदनी को लेकर बताया। साथ ही इमली को किस प्रकार से तोड़ना, सफाई करना व इमली का पैकिंग करना जैसे जानकारी दिया गया। ईमली फूल को मशीन के माध्यम से पैकिंग करने के बारे में भी जानकारी दिया गया अब ये सभी महिलाएं प्रशिक्षित होकर वे अपनी गांव में बनी महिला समूह को प्रशिक्षण देंगे जिससे सभी लोगों को लाभ मिल सके ।
महिला समूह देवबत्ती मरकाम फरसगांव वनधन समूह ने बताई कि हम लोग हाट बाजार वनांचल क्षेत्र के महिला समूह के सदस्यों को इमली को किस प्रकार सफाई रखना रेशा निकलना व कचरा को निकालने के बारे दे रहे हैं इसी तरह अन्य महिलाओं ने भी इस प्रशिक्षण से काफी उत्साहित होकर अपनी आजीविका का साधन व सरकार की योजना के द्वारा लाभ दिए जाने को लेकर काफी उत्साहित हैं साथ ही जंगलों से मिलने वाले सभी चीजों को स्मरण करने के बारे में भी जानकारी दी । इस दौरान मुख्य रूप से जेआर नायक सीसीएफ कांकेर, डीएफओ केशकाल मणिवाशगन एस, डीएफओ नारायणपुर डीकेएस चौहान, एसडीओ मोना माहेश्वरी केशकाल सहित सभी क्षेत्र के रेंजर डिप्टी रेंजर वन कर्मी उपस्थित रहे।