मार्च से शुरू होने जा रहीं बोर्ड परीक्षाओं को लेकर शिक्षा विभाग के अफसरों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है। मार्च से पांचवी से बारहवीं तक की चार कक्षाओं की बोर्ड परीक्षा होना है, ऐसे में पर्यवेक्षकों और केंद्र अध्यक्ष चुनने के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के इंतेज़ाम करने में अफसरों के पसीना छूट रहा है।
दरअसल इंदौर जिले में 131 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें 83 शासकीय और 48 अशासकीय विद्यालय शामिल हैं, इसमें 20 अति संवेदनशील और 8 संवेदनशील केन्द्रों में सीसीटीवी कैमरा लगाए जाना हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल इस बार बोर्ड परीक्षाओं में काफी सख्ती बरत रहा है। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने हाल ही में निर्देश जारी किए हैं, कि परीक्षाओं के दौरान इंदौर जिले के संवेदनशील और अतिसंवेदनशील केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाएंगे, ताकि हर कक्षा की निगरानी की जा सके। 24 फरवरी तक सीसीटीवी कैमरा लगाना तय किया गया है, लेकिन चंद केंद्र को छोड़कर कहीं भी अभी तक कैमरे नहीं लग पाए हैं। नौ दिन के बाद परीक्षाएं शुरू हो जाएगी, इस हिसाब से काम जल्द पूरे करने होंगे। केन्द्रो में सीसीटीवी कैमरा के अलावा वीडियोग्राफी के माध्यम से नज़र रखी जाएगी।
इस बार की दसवीं की परीक्षा में 47826 तो 12वीं में 44807 यानी कुल 88633 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल होंगे। गौरतलब है कि बोर्ड परीक्षा में नकल के कई मामले सामने आ चुके हैं, ऐसे में प्रशासन सीसीटीवी कैमरे, वीडियोग्राफी की व्यवस्था के साथ ही प्रेक्षकों के माध्यम से सुरक्षा और नक़ल के प्रकरणों पर रोक लगाने की कवायद में है,लेकिन काम धीमी गति से चल रहा है।