छत्तीसगढ़ में अभी तक कोरोना वायरस से प्रभावित कोई भी मरीज नहीं मिला है। चीन से लौटे लोगों और कोरोना वायरस पीड़ित से मिलते-जुलते लक्षणों वाले कुछ मरीजों के सैंपल जांच के बाद किसी के भी इससे प्रभावित होने की पुष्टि नहीं हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की अफवाहों और बेबुनियाद खबरों पर ध्यान न दें।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कोरोना वायरस के लक्षणों के बारे में जानकारी देते हुए लोगों को इससे जागरूक रहने को कहा है। उन्होंने बताया कि इसके वायरस से प्रभावितों में तेज बुखार, खांसी और सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण होते हैं। कई मरीजों को निमोनिया या किडनी फेलियर भी होता है जिससे उनकी जान भी जा सकती है। अभी तक कोरोना वायरस से बचाव का कोई टीका उपलब्ध नहीं है। इससे बचाव का सबसे अच्छा तरीका इसके संक्रमण से बचना है।
डॉक्टरों ने प्रभावित देशों जहां यह रोग पाया गया है, वहां नहीं जाने की सलाह दी है। उन्होंने व्यक्तिगत स्वच्छता पर ध्यान देने, साबुन से बार-बार हाथ धोने और खांसते एवं छींकते समय मुंह को ढंक कर रखने कहा है। जिन देशों में यह वायरस फैला है उसकी जानकारी विश्व स्वास्थ्य संगठन की वेबसाइट www.who.int पर उपलब्ध है।
कोरोना वायरस या COVID-19 एक नया वायरस (विषाणु) है जो पहली बार चीन के हुबेई प्रांत के वुहान शहर में पाया गया है। कोरोना वायरस विषाणुओं का एक बड़ा समूह है जिनमें से कुछ लोगों को रोगग्रस्त करते हैं और कुछ पशुओं में घर करते हैं। शुरुआत में चीन के वुहान शहर में संक्रमित रोगियों का सम्बन्ध वहां के बड़े सी-फूड और पशु बाजार से पाया गया। इससे यह संकेत मिले कि इस वायरस का स्रोत पशु हो सकता है।