कई बार हम जो सोचते है, और जो चाहते है वह अचानक से सच में तबदील हो जाता है। अगर कुछ अच्छा काम सोचा हो और वह हो जाए तो खुशी दुगुनी बढ जातीं है। वहीं कुछ बुरा होने से पहले ही आशंका हो जाती है। और वह सच में हो जाए, तो हमें बहुत दुख देता है। ऐसी मान्यता है की कुछ लोगों पर भगवान की कृपा शक्ति होती है। खुद भगवान उसके साथ होते है। जिसकी मदद से वह होने वाली घटनाओं का अनुमान पहले से ही लगा लेते हैं।
अगर आपके साथ भी ऐसा हुआ है, तो आपको भी समझ लेना चाहिए की साक्षात भगवान आपके साथ है। क्योंकि आपने जो काम चाहा हो वह अचानक सच हो जाए, और वह भले ही कितना भी असंभव क्यों ना हो। जबकि कुछ लोग इसे बस एक संयोग या भ्रम मान लेते है। लेकिन सोचने वाली बात यह है। कि संयोग एक बार हो सकता है, बार-बार नहीं। ध्यान रखें कि अगर ऐसी चीजें आपके साथ बार-बार होती है, तो समझ लीजिए कि आपके शरीर की शक्ति जाग्रत है और भगवान ने आपको इसके लिए विशेष कृपा दी है।
कई बार ऐसा भी होता है, हमें हालात या काम में किसी एक को चुनने की नौबत आती है। लेकिन क्या सही है और क्या गलत यह कैसे चुने। सबकुछ अच्छा दिखने के बावजूद भी उसे चुनने या वह काम करने से कोई शक्ति आपको रोकती है। और नतीजा यह होता है कि जो आपको खुद नापसंद होता है, ना जाने किस प्रेरणा से आप उसे ही चुन लेते है। और बाद में वही आपके लिए सही साबित होता है। क्योंकि आपके साथ खुद भगवान होते है।