भोजपुर जिले के आयर थाना क्षेत्र के लालगंज गांव में फौजी दंपती का शव पहुंचते ही माहौल गमगीन हो उठा। सोमवार को लालगंज गांव के कब्रिस्तान में एक साथ फौजी पति विष्णु शर्मा व पत्नी दामिनी की चिताएं जलीं। एक ही चिता पर पति और पत्नी का शव रखा गया था। पिता शिव बच्चन शर्मा ने बेटा-बहू की चिताओं को मुखाग्नि दी। इस मंजर को देख लोगों की आंखों में आंसू भर आए। इकलौते बेटे और बहू की मौत के बाद बुजुर्ग पिता पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। पटना के बिक्रम प्रखंड के रानीतलाब थाना के सैदाबाद गांव के पास मरे फौजी विष्णु शर्मा और उसकी पत्नी का शव रविवार की देर रात एक बजे ही पैतृक गांव लालगंज पहुंच गया था। जबकि, फौजी की नवविवाहित साली खुशबू उर्फ डिम्पल के शव को उसका पति पवन शर्मा अपने साथ लेकर रोहतास जिला के नोखा लेकर चला गया। देर रात शव पहुंचने के साथ ही गांव का माहौल गमगीन हो गया था। पति और पत्नी का शव एक ही गाड़ी पर पैतृक गांव लाया गया था।
तमिलनाडु से पिता के आने के इंतजार में पड़ा रहा बेटा-बहू का शव विष्णु शर्मा के पिता पिता शिव बच्चन शर्मा फौज से साल 2000 में सेवानिवृत्त हुए थे । इसके बाद साल 2003 में सेना के ही डीएसई में पुन: बहाल हुए थे।
फौजी के पिता शिव बच्चन शर्मा तमिलनाडु में पोस्टेड हैं। उनके दामाद पप्पू कुमार ने रविवार को दोपहर बारह बजे दिन में घटना की सूचना दी थी। जिसके बाद वे गांव आने के लिए रवाना हो गए थे। सोमवार की दोपहर पिता के आने के बाद बेटा और बहू का दाहसंस्कार हुआ। फौजी विष्णु शर्मा गुजरात के भुज में पोस्टेड था। फौजी की छह बहनें हैं। जिसमें इंदु की शादी इनराथ,विक्रम, दौलती देवी की शादी धनगांवा, गायत्री देवी की शादी चंदा, आरती देवी की शादी उदयपुर तथा ममता देवी शादी धारूपुर हो चुकी है। सबसे छोटी बहन निशु कुमारी अभी कुंवारी है। ——
इकलौते बेटा-बहू को मुखाग्नि दे छलक पड़े पिता के आंखों से आंसू आयर के लालगंज गांव स्थित कब्रिस्तान में बुजुर्ग शिव बच्चन शर्मा की आंखें एक ही चिता पर लिटाए गए इकलौते बेटे विष्णु शर्मा व बहू दामिनी को मुखाग्नि देकर भर आईं। फौजी के दोनों पुत्र विराट व विभव लालगंज गांव आए थे। बताया जाता हैं कि पटना में पोस्टमार्टम के बाद फौजी के दोनों पुत्रों को उनके मामा और नाना शिक्षक सुरेश शर्मा लेकर अपने गांव पीरो अनुमंडल के तरारी चले गए थे। सोमवार सुबह पुन: लालगंज गांव लेकर आए थे। लेकिन, उन्हें ऐसा अभास हो गया कि उनके भगीना को लोग रख लेंगे। इसलिए वे लोग गाड़ी से लेकर तरारी चले गए। इसके बाद गांव में स्थिति तनावपूर्ण हो गई ।जिसको लेकर स्थानीय चौकीदार ने थाना को सूचना दी। जिसके बाद थाना के एसआई पुलिस बल के साथ लालगंज गांव पहुंच गए। शांतिपूर्ण ढंग से कार्यक्रम को पूरा करने की बात कही। आपको बताते चलें कि लालगंज गांव निवासी फौजी विष्णु शर्मा अपने ससुराल तरारी गांव गया हुआ था। जहां, से रविवार की सुबह फौजी अपनी पत्नी दामिनी व नवविवाहित साली डिम्पल समेत दो बेटों के साथ कार से पटना जा रहा था। इस दौरान पटना जिले के बिक्रम प्रखंड अन्तर्गत रानी तलाब थाना के सैदाबाद गांव के समीप चलती कार में ही फौजी ने अपनी पत्नी, साली की लाइसेंसी पिस्तौल से गोली मारकर हत्या कर दी थी और फिर खुद को भी गोली मार लिया था। जिससे तीनों की मौत हो गई थी।
जिस घर में दस दिनों पहले दुल्हन बनकर पहुंची थी डिम्पल, वहीं से निकली अर्थी पीरो के तरारी गांव निवासी शिक्षक सुरेश शर्मा की छोटी पुत्री खुशबू उर्फ डिम्पल दस दिन पहले जिस घर में दुल्हन बनकर पहुंची सोमवार को वहीं से उसकी अर्थी निकली। आपको बताते चलें कि सुरेश शर्मा की छोटी पुत्री खुशबू उर्फ डिम्पल की शादी अभी 23 नवंबर को ही रोहतास के नोखा निवासी शिक्षक पवन शर्मा के साथ हुई थी। अभी तीन-चार दिन ही वह ससुराल में रही थी। इसके बाद परीक्षा देने को लेकर अपने पति के साथ अपने मायके तरारी चली आई थी। रविवार को जब उसके जीजा फौजी विष्णु शर्मा डेंगू के इलाज कराने के लिए पटना जा रहे थे तो वह भी परीक्षा देने को लेकर उनके साथ पटना जा रही थी। लेकिन, वह भी अपने जीजा की गोली का निशाना बन गई।