पटना. बिहार पुलिस (Bihar Police) को सरकार (Government) की ओर से आदेश (Order) मिला तो शराबियों (Drunken) की धर-पकड़ शुरू हो गई. इसमें पीने वाले भी थे और पिलाने वाले भी शामिल थे. वहीं लाखों लीटर शराब भी बरामद की जा चुकी है. बिहार में जब शराबबंदी के चलते कार्रवाई हुई तो केस कोर्ट (Court) में भी पहुंचा. अब पुलिस की इस कार्रवाई के चलते कोर्ट में शराब से जुड़े मामलों का ढेर लग गया है.
3 साल में पकड़ी जा चुकी है 52 लाख लीटर शराब
हाल ही में शराबबंदी से जुड़े कुछ आंकड़े जारी किए गए हैं. अगर आंकड़ों की मानें तो बिहार में शराबियों और शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अब तक 52 लाख लीटर शराब जब्त की जा चुकी है. इसके साथ ही शराबबंदी कानून का उल्लघंन करने पर 1.67 लाख व्यक्तियों को बिहार पुलिस पकड़ चुकी है.
पटना में हुए सबसे ज्यादा मुकदमें जारी किए गए आंकड़ों की मानें तो शराबबंदी का कानून सबसे ज्यादा राजधानी पटना में तोड़ा गया. पटना में सबसे ज्यादा पटना 28,593, गया 11,221, मोतिहारी 9,979 और कटिहार में 8,867 शराबबंदी के मामले दर्ज किए गए हैं. जिस रफ्तार से केस दर्ज हुए उस रफ्तार से न्यायालय में मामलो का निबटारा नही हो रहा है. कानून के जानकार जहां इसकी वजह कोर्ट की कम संख्या होना बता रहे हैं वहीं बिहार में विपक्ष इसे मुद्दा बनाने में लगा हुआ है.
इस बारे में पटना हाईकोर्ट के अधिवक्ता शआंतनु कुमार की माने तो समय की जरुरत है की इस पर जल्द से जल्द नियंत्रण पाया जाये, नही तो फिर आगे चलकर हालात बेकाबू होते जायेगे.